EDUCATION NEWS: इग्नू में दो वर्षीय श्रीमद् भगवद् गीता की भी कर सकते पढ़ाई
पटना ब्यूरो। इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) जुलाई सत्र के लिए 13 नये कोर्स शुरू की है। इसमें श्रीमद् भगवद् गीता भी शामिल है। यह कोर्स दो साल यानी पीजी स्तर का होगा। यह हिंदी में होगा। इसमें छात्रों को श्रीमद् भगवद् गीता के सभी अध्यायों पर आधारित विषयों के बारे में विस्तार से पढ़ाया जायेगा। इन कोर्स के माध्यम से स्टूडेंट्स को गीता में 18 अध्याय और 700 श्लोक के बारे में पढ़ाया जायेगा। इसके साथ जुलाई सत्र में चार एमबीए के कोर्स हैं। एमबीए में कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट, लॉजिस्टिक्स एंड स्पलाई चेन, एग्री बिजनेस मैनेजमेंट, हेल्थकेयर एंड हॉस्पिटल मैनेजमेंट शामिल हैं। इसके अलावा एमएससी इन होम साइंस, डिप्लोमा इन फैशन डिजाइन एंड रिटेल, पीजी डिप्लोमा इन री-हैबिलिटेशन सॉयकोलॉजी और डिजास्टर रिस्क रिडक्शन एंड मैनेजमेंट, सर्टिफिकेट डिप्लोमा इन अर्जी चाइल्ड हुड स्पेशल एजुकेशन इनैब्लिंग इंक्लूशन-हियरिंग इम्पोर्मेंट समेत अन्य कोर्स है। यदि कोई इन प्रोग्राम में एडमिशन लेना चाहते हैं तो ऑनलाइन आवेदन 15 जुलाई तक कर सकते हैं। ये कोर्स ओडीएल मोड में जुलाई 2024 सेशन से संचालित होगा। ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग मोड के कारण कोई भी किसी भी विषय में एडमिशन ले सकते हैं। इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक डॉ अभिलाष नायक ने कहा कि इग्नू मार्केट डिमांड के आधार पर रोजगार देने वाला कोर्स करवा रहा है। जो स्टूडेंट्स ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेज में एडमिशन लेना चाहते हैं, वे वेबसाइट ignouadmission.samarth.edu.in के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। वहीं, ऑनलाइन कोर्स में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स https://ignouiop.samarth.edu.in/ पर जाकर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
पटना सेंटर पर 253 से अधिक कोर्स किये जा रहे संचालित: इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक डॉ अभिलाष नायक ने बताया कि देश के सबसे बड़े दूरस्थ शिक्षा विश्वविद्यालय इग्नू द्वारा जुलाई 2024 सत्र के लिए एडमिशन की प्रक्रिया जारी है। विश्वविद्यालय द्वारा संचालित किये जा रहे बीए, बीएससी, बीकॉम के साथ विभिन्न स्नातक, परास्नातक, डिप्लोमा, पीजी डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स के 300 से अधिक कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। पटना सेंटर पर 253 से अधिक कोर्स संचालित किये जा रहे हैं। वहीं, 43 ऑनलाइन कोर्स भी उपलब्ध हैं। इग्नू क्षेत्रीय केंद्र पटना देश के सबसे बड़े और व्यस्ततम क्षेत्रीय केंद्रों में से एक है। जो बिहार के शिक्षार्थियों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करता है। केंद्र 253 कार्यक्रम पेश करता है और इसके अधिकार क्षेत्र में 54 अध्ययन केंद्र हैं। केंद्र पूरे वर्ष विभिन्न शैक्षणिक, प्रशासनिक और छात्र सहायता गतिविधियां भी आयोजित करता है।