PATNA :

दुनियाभर में कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच छठवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पूरे देश और दुनिया में मनाया गया। यह पहली बार है, जब कहीं भी कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं हुआ और लोगों ने घरों में बैठकर और सामाजिक दूरी का पालन करते हुए योग किया। पटना में भी लोगों ने घरों में ही योग किया। हालांकि कॉलेज- यूनिवर्सिटी में वेबिनार के माध्यम से टीचर-स्टूडेंट्स को जोड़ते हुए कार्यक्रम का आयोजन हुआ।

कम से कम समय में उठाएं लाभ

राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज कदमकुआं में योग पर नेशनल वेबिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रिंसिपल डॉ दिनेश्वर प्रसाद, प्रो। बीएस दूबे, डॉ उषा मिश्रा, डॉ सुमेश्वर सिंह और डॉ गंगाधर सिंह के द्वारा किया गया। इस मौके पर डॉ प्रभाकर ने योग के बारे में विस्तृत जानकारी दी। डॉ अनिल शर्मा ने अष्टांग योग के बारे में बताया। डॉ गंगाधर ने कम से कम समय में योग कैसे करें, यह जानकारी दी। डॉ ज्योति कुमारी ने महिलाओं में सीओपीडी और मासिक धर्म में गड़बड़ी विषय पर व्याख्यान दिया। कार्यक्रम के अंत में एलएसी पर शहीद होने वाले जवानों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा।

जेडी वीमेंस में वेब योगा

योग डे के मौके पर जेडी वीमेंस कॉलेज में वेब योगा आयोजित किया गया। इस मौके पर कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ श्यामा राय ने योग के महत्व पर प्रकाश डाला। इस मौके पर कॉलेज के करीब 350 से अधिक छात्रों ने पार्टिसिपेट किया। वहीं, राष्ट्रीय क्रिकेटर रुपक कुमार ने अपने साथियों के साथ गर्दनीबाग में योग डे के मौके पर अनुलोम, विलोम, भ्रामरी, चक्रासन और पद्मासन भी किया।

एनएसएस ने किया अवेयर

एनआईटी पटना में 400 एनएसएस के वालिंटियर्स ने अपने पूरे परिवार के साथ एक ही समय में योग कर इसके महत्व के बारे में लोगों को बताया। योग के माध्यम से अपने इम्यूनिटी पावर को बढ़ाने और खास तौर पर कोरोना से बचाव के लिए कुछ खास योग की चर्चा की। इस मौके पर एनएसएस को-आर्डिनेटर डॉ कामिनी सिन्हा ने वालिंटियरों के साथ विभिन्न प्रकार के योग जैसे कपाल भांति, प्राणायाम, भ्रामरी, अनुलोम-विलोम भी किया।

Posted By: Inextlive