World Plastic Surgery Day 2024: विश्व प्लास्टिक सर्जरी दिवस पर प्लास्टिक सर्जरी से जुड़ी भ्रांतियों को किया दूर सिर्फ सुंदरता बढ़ाने के लिए नहीं होता है प्लास्टिक सर्जरी का उपयोग

पटना ब्‍यूरो। World Plastic Surgery Day 2024: प्लास्टिक सर्जरी केवल सुंदरता बढ़ाने तक सीमित नहीं है। प्लास्टिक सर्जरी का सिर्फ 10 प्रतिशत कॉस्मेटिक सर्जरी है। प्लास्टिक सर्जरी का उपयोग जन्मजात विकारों जैसे - कटे होठ और तालू, कम या ज्यादा उंगलियां तथा चोट, जलने, कैंसर और बीमारी के बाद क्षतिग्रस्त अंगों को ठीक करने के लिए किया जाता है। ये बातें विश्व प्लास्टिक सर्जरी दिवस के पूर्व संध्या पर एक कार्यक्रम के दौरान इंटरेक्शन में प्लास्टिक सर्जन डॉ.एसए वारसी ने लोगों के बीच प्लास्टिक सर्जरी को लेकर फैली कई भ्रांतियों को दूर करते हुए कही।

-शरीर के अंगों को पुनर्निर्माण में है सहायक
डॉ.एसए वारसी ने कहा कि शरीर के विभिन्न हिस्सों के पुनर्निर्माण और सुधार करने में प्लास्टिक सर्जरी की भूमिका महत्वपूर्ण है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से बात करते हुए पटना मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल और प्लास्टिक सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ। विद्यापति चौधरी ने बताया कि जन्मजात विकारों का उपचार जैसे- छीले होंठ, तालु का फांक, अंगों की कमी या अन्य विकृतियों का इलाज में प्लास्टिक सर्जरी अत्यंत उपयोगी है। उन्होंने कहा कि चोटों से हुए नुकसान की मरम्मत जैसे- टूटी हुई हड्डियां या कटे हुए अंग को ठीक करने में भी प्लास्टिक सर्जरी का अहम योगदान होता है। शरीर के विभिन्न अंगों से कैंसर के ऊतक हटाने के बाद इन अंगों के पुनर्निर्माण में भी प्लास्टिक सर्जरी की मदद ली जाती है।

-अवेयरनेस की है कमी
डॉ। एसए वारसी ने बताया कि जागरूकता की कमी के कारण इस तरह की समस्याओं को लेकर अभी भी लोग सबसे पहले प्लास्टिक सर्जन के पास न पहुंचकर पहले किसी जेनरल सर्जन के पास या ऐसे हॉस्पिटल में चले जाते हैं जहां प्लास्टिक सर्जन उपलब्ध नहीं होते हैं। ऐसे में कई बार मरीज को प्लास्टिक सर्जन के पास पहुंचने में देरी हो जाती है और जितना सटीक परिणाम आना चाहिए उतना नहीं आ पाता है। वे इस बात पर जोर देते हैं कि प्लास्टिक सर्जरी के केस में यह जरूर सुनिश्चित करें कि सर्जन प्रमाणित है और उसके पास अनुभव है।

-पटना मेडिकल कॉलेज में प्रतिदिन आ रहे है 100 पेशेंट
पीएमसीएच के प्रिंसिपल डॉ। विद्यापति चौधरी ने बताया कि जन्मजात विकारों की समस्या को लेकर पीएमसीएच के ओपीडी में प्रतिदिन 100 से अधिक पेशेंट इलाज के लिए आते हैं। उन्होंने बताया कि अस्पताल के प्लास्टिक सर्जन विभाग में ऐसे दर्जनों पेशेंट को ठीक किया गया है जिनका होंठ कटा था, जलने की वजह से चेहरा विकृत हो गया था। ऐसे पेशेंट को प्लास्टिक सर्जरी से ठीक किया गया है।

Posted By: Inextlive