- स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव ने पांचों डॉक्टरों से मांगा जवाब


पटना ब्‍यूरो। पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल में ड्यूटी के प्रति लापरवाही करने व समय पर नहीं आने वाले डॉक्टरों पर स्वास्थ्य विभाग शिकंजा कसने जा रही है। पेशेंट के प्रति इलाज में लापरवाही व स्टूडेंट्स की पढ़ाई को मजाक बनाने वाले उन डॉक्टरों को स्वास्थ्य विभाग अब रडार पर लेकर कार्रवाई करने जा रही है। इसी क्रम में अस्पताल में विलंब से आने वाले तीन विभागाध्यक्ष समेत दो सीनियर प्रोफेसरों से लिखित में स्पष्टीकरण मांगा गया है। जिसमें हड्डी रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ भरत सिंह, मनोचिकित्सा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ नरेंद्र प्रताप सिंह, एनेस्थेसिया विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ सुदामा प्रसाद, हड्डी रोग विभाग के प्रोफेसर डॉ महेश प्रसाद और हड्डी रोग विभाग के ही प्रोफेसर डॉ राजीव आनंद शामिल हैं। शामिल है।

-बायोमेट्रिक हाजिरी मिला जीरो


स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टरों की हाजरी की जांच की तो जांच के क्रम में पता चला कि पिछले एक माह में बायोमेट्रिक हाजरी जीरो मिला। पीएमसीएच प्रशासन के अनुसार

नेशनल मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एनएमसी) के निर्देश पर पीएमसीएच में बायोमेट्रिक हाजिरी लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। वहीं जब मामले की जांच की गयी तो संबंधित डॉक्टर गायब मिले। विभाग ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें पता चला कि बीते 18 जून से 16 जुलाई तक डॉक्टरों के आने-जाने के समय में लेटलतीफी पाई गई। उपस्थिति जीरो मिली है। जिसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित डॉक्टरों को लिखित में पत्र भेज जल्द से जल्द जवाब मांगा है। स्पष्टीकरण स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव शशांक शेखर सिन्हा ने अस्पताल के अधीक्षक को पत्र लिख संबंधित डॉक्टरों से जल्द जवाब सुनिश्चित कराने को कहा है।

Posted By: Inextlive