बिहार के वैभव सूर्यवंशी ने तोड़ा बाबर आजम व नजमुल हसन का रिकॉर्ड
पटना ब्यूरो। बिहार के 13 साल के क्रिक्रेटर वैभव सूर्यवंशी ने अंडर-19 में इतिहास रच दिया है। वैभव ने चेन्नई के चेपक स्टेडियम में 58 गेंद पर 104 रन बनाकर पाकिस्तान के ओपनर बल्लेबाज बाबर आजम और बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हसन शांतो का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। उनकी पारी में 14 चौके और 4 छक्के शामिल हैं। इससे पहले ये रिकॉर्ड बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हसन शांतो के नाम था। शांतो ने 14 साल 241 दिन की उम्र में सिलहट में श्रीलंका अंडर-19 के खिलाफ यूथ वनडे क्रिकेट में सेंचुरी जड़ी थी। वहीं, पाकिस्तान के बाबर आजम ने 15 साल 48 दिन में दांबुला में शतक जड़ा था। इस तरह वैभव, पेशेवर क्रिकेट में सबसे कम उम्र के शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार दिवसीय अंडर- 19 सीरीज का हिस्सा हैं। चार दिवसीय टेस्ट के पहले दिन केवल 47 गेंदों पर नाबाद 81 रन बना डाले।
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भारत के चौथे सबसे युवा क्रिकेटर
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भारत के चौथे और दुनिया के सातवें सबसे युवा क्रिकेटर बने बिहार के वैभव सूर्यवंशी ने टेस्ट क्रिकेटर के रूप में अपनी पहचान बना ली है। वह बिहार से निकलने वाले सबसे नये टेस्ट क्रिकेटर हैं। केवल 13 साल 187 दिन की उम्र में उन्होंने सोमवार को चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले अंडर-19 टेस्ट में डेब्यू कर लिया है। उन्होंने पहले ही दिन 81 रन की नाबाद खेली।
इस तरह वह इस आयुवर्ग में बिहार से निकलने वाले छठे टेस्ट क्रिकेटर बन गये हैं। संयोग से यह मैच दुनिया का 300वां अंडर-19 टेस्ट मुकाबला है। सीनियर लेवल पर बिहार का कोई क्रिकेटर फिलहाल टेस्ट स्तर पर पहुंचता नहीं दिख रहा, लेकिन अब जूनियर वर्ग में पिछले पांच साल में बिहार के दूसरे क्रिकेटर ने टेस्ट मैच में अपने कदम रख लिए हैं। इससे पहले पूर्वी चंपारण के तेज गेंदबाज साबिर खान आखिरी बार बिहार से निकला कोई टेस्ट क्रिकेटर है। 12 साल 284 उम्र में रणजी में किया डेब्यू
वैभव सूर्यवंशी 12 साल 284 दिन की उम्र में बिहार रणजी ट्रॉफी में डेब्यू करने वाले खिलाड़ी हैं। सबसे कम उम्र में रणजी में डेब्यू करने वाले वे दूसरे खिलाड़ी थे। वैभव ने 12 साल 284 दिन की उम्र में रणजी क्रिकेट में डेब्यू किया था।
सचिन से भी कम उम्र में इंडियन टीम में डेब्यू
समस्तीपुर के ताजपुर निवासी वैभव सूर्यवंशी 13 साल 5 महीने की उम्र में बिहार रणजी ट्रॉफी में डेब्यू करने वाले खिलाड़ी हैं। सबसे कम उम्र में रणजी में डेब्यू करने वाले वे दूसरे खिलाड़ी बने हैं। इसके पहले अलीमुद्दीन ने 12 साल 2 महीने में डेब्यू किया था। जबकि, सचिन तेंदुलकर ने 15 साल और 232 दिन की उम्र में डेब्यू किया था और भारत के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह ने 15 साल और 57 दिन में क्रिकेट में एंट्री ली थी।
बिहार के इन क्रिकेटरों ने दूसरे राज्यों से किया डेब्यू
यह अलग बात है कि बिहार के कुछ क्रिकेटर दूसरे राज्यों से खेलते हुए सीनियर टेस्ट क्रिकेट में जरूर खेल रहे हैं पर बिहार से खेलते हुए अभी भी इसका इंतजार है। बिहार से निकलने वाले पहले अंडर-19 टेस्ट खिलाड़ी सैयद सबा करीम हैं, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही दिल्ली में फरवरी 1985 में टेस्ट खेला था। तब उन्होंने उस टेस्ट में भारत की कप्तानी भी की थी। इनके अलावा अमिकर दयाल, तरुण कुमार भोला, सुब्रतो बनर्जी और साबिर खान ने अंडर- 19 टेस्ट में अपनी भागीदारी की। हालांकि बिहार की ओर से खेलते हुए भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करना आसान नहीं है लेकिन बिहार के रहने वाले कुछ खिलाड़ियों ने अंडर-19 टेस्ट में दूसरे राज्यों के लिए खेलते हुए इंडिया कैप हासिल किया है। इनमें शाहबाज नदीम, ईशान किशन और अनुकूल राय जैसे खिलाड़ी शामिल हैं।
समस्तीपुर के ताजपुर में 27 मार्च 2011 को संजीव और आरती के घर में पैदा हुए वैभव सूर्यवंशी बाएं हाथ से बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी है। वीनू मांकड़ अंडर-19 वनडे क्रिकेट प्रतियोगिता में उन्होंने बिहार की ओर से खेलते हुए केवल पांच पारियों में एक शतक और तीन अर्धशतक समेत कुल 392 रन बनाये थे, जिसके आधार पर उनका चयन चैलेंजर ट्रॉफी के लिए हुआ था। इसके बाद उनको भारतीय बी टीम में शामिल किया गया, जिसका सामना इंग्लैंड, बांग्लादेश और भारत ए की अंडर-19 टीमों से हुआ। नवम्बर 2023 में इस चतुष्कोणीय प्रतियोगिता में वैभव ने इंग्लैंड और बांग्लादेश के खिलाफ क्रमशः 53 और 75 रन की पारी खेली थी।