सोशल मीडिया पर नूपुर शर्मा का समर्थन करने पर बिहार में दो समुदायों के बीच हुई हाथापाई
भोजपुर (एएनआई)। बिहार के भोजपुर जिले के आरा में करीब एक हफ्ते पहले एक शख्स ने नुपुर शर्मा के समर्थन में फेसबुक पर पोस्ट किया था। इसके बाद एक अन्य व्यक्ति ने पोस्ट पर एक टिप्पणी पोस्ट की, जिसके बाद दोनों समूहों के बीच हाथापाई के बाद मामला बढ़ गया। इलाके में कानून-व्यवस्था न बिगड़े इसलिए पुलिस ने मंगलवार रात लड़ाई में शामिल लोगों को हिरासत में लिया था। मामले को संज्ञान में लेते हुए आरा के डीएम राजकुमार ने कहा कि कुछ लोग एक दुकान में चाय पी रहे थे। इसी दौरान सोशल मीडिया पर एक पोस्ट को दो लोगों में बहस हो गई, जिसके बाद दोनो गुटों के बीच हाथापाई हुई। लोगों को अफवाहों पर विश्वास नहीं करना चाहिए। यह दो युवकों के बीच एक छोटी सी लड़ाई का मामला था। उन दोनों को हिरासत में लिया गया ताकि स्थित खराब न हों।
अजमेर के वकील को मिली उदयपुर जैसी धमकी
इस बीच उदयपुर में एक दर्जी की हत्या के कुछ दिनों बाद अजमेर के एक वकील ने दावा किया है कि उसे उदयपुर जैसी हत्या करने की सोशल मीडिया पर धमकी मिली है। बार एसोसिएशन ने वकील की ओर से अजमेर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) को ज्ञापन सौंपा और मामले में कार्रवाई की मांग की है। वकील भानु प्रताप सिंह चौहान ने कहा कि सोशल मीडिया पर चर्चा बहुत सामान्य और शांतिपूर्ण थी। अगले दिन जब मैंने यूट्यूब खोला, तो मैंने एक सूचना देखी जिसमें सोहेल सैयद नाम के एक व्यक्ति ने मुझे सिर काटने की धमकी दी थी। वकील ने कहा कि बाद में उन्होंने राजस्थान सरकार के 'संपर्क' पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई और बार एसोसिएशन को भी इसकी जानकारी दी।साइबर सेल से मांगी मददभानु प्रताप जिला बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ अजमेर के एसपी चुनाराम जाट को ज्ञापन देने गए थे, हालाकिं एसपी मौजूद नहीं थे इसलिए उन्होंने एडिशनल एसपी विकास सांगवान से मुलाकात कर अपना ज्ञापन सौंपा। उन्होंने पुलिस से साइबर सेल की मदद से आरोपी का पता लगाने का भी आग्रह किया। इससे पहले 28 जून को उदयपुर के मालदास गली इलाके में दो लोगों ने दर्जी कन्हैया लाल तेली की हत्या कर दी थी। मृतक ने कुछ दिन पहले निलंबित भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में एक सोशल मीडिया पोस्ट शेयर किया था।