बिहार में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के मामले में केंद्रीय मंत्री के बेटे ने 'जय श्री राम' के नारे लगा किया सरेंडर
आज उन्हें भागलपुर अदालत में पेश किया जाएगा
पटना (आईएएनएस)। केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अरिजीत शाश्वत पर बिहार के भागलपुर जिले में सांप्रदायिक हिंसा को उकसाने का आरोप लगा है। ऐसे में वह पिछले एक सप्ताह से पुलिस की गिरफ्तारी से बचने का प्रयास कर रहे थे लेकिन कल शनिवार देर रात करीब 12.30 रेलवे स्टेशन के करीब स्थित प्रसिद्ध महावीर मंदिर के करीब आत्मसमर्पण कर दिया है। इस मामले में जिला पुलिस अधिकारी राकेश दुबे का कहना है कि इस दौरान उन्होंने समर्पण से पहले उन्होंने भारत माता की जय और जय श्री राम के नारे लगाए थे। आज अरिजीत को रविवार को भागलपुर अदालत में पेश किया जाएगा। बतादें कि बीते सप्ताह भारतीय जनता पार्टी के नेता अरिजीत पर आरोप लगाए गए थे कि इन्होंने बिना अनुमति के भागलपुर की सड़कों पर हथियारों के साथ जुलूस निकाला था।
अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी गई
इस दौरान साम्प्रदायिक भावनाओं को उकसाने का भी प्रयास किया था। ऐसे में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी। वहीं एक स्थानीय अदालत ने 27 मार्च को 17 मार्च के सांप्रदायिक दंगों में उनकी भूमिका का पता लगाने के लिए पुलिस से मामले की डायरी की मांग की। इसके बाद अदालत ने अरिजीत शाश्वत के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया था। खास बात तो यह है कि स्थानीय अदालत ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया था। अरिजीत शाश्वत ने पिछली विधानसभा चुनावों में भागलपुर से भाजपा के उम्मीदवार के रूप में चुनाव में भाग लिया। यह उनका गढ़ माना जाता है। अरिजीत शाश्वत 2014 में बक्सर से सांसद चुने गए थे।