भूटान के प्राइम मिनिस्‍टर त्शेरिंग तोब्गेय ने अपनी बढ़ी हुई सेलरी लेने से इनकार कर दिया है. इस बढ़ी हुई सेलरी को वह चैरिटेबल एक्टिविटीज में दान करेंगे. इस इनक्रीमेंट से पीएम की सैलरी में 50000 रुपये का अंतर आया है.


आत्मा की सुनी भूटानी पीएम नेभूटान के सांसदों और केबिनेट मिनिस्टर्स की सैलरी को लेकर काफी टाइम से बहस चल रही है. इस बारे में भूटानी पीएम का कहना है कि मेरी आत्मा मुझे इतनी सैलरी लेने की इजाजत नही देती है.संसद में जारी थी बहसभूटान की संसद में कैबिनेट मिनिस्टर्स की सैलरी और सांसदों की सैलरी को लेकर आलोचना और बहस चल रही थी. इस पर भूटानी प्राइम मिनिस्टर ने संसद में एक सराहनीय कार्य किया. दरअसल भूटानी प्रधानमंत्री ने इस बारे में कहा, "में अपनी बढ़ी हुई सैलरी को सही नही ठहराउंगा और ना ही इस पर कोई बहस करुंगा लेकिन में इस बात को मानता हुं कि यह बहुत ज्यादा हाई है." इसके बाद पीएम ने कहा कि उनकी आत्मा उन्हें इतनी सैलरी लेने की इजाजत नही देती."  चैरिटी में जाएगी सैलरी
अब जबकि भूटानी प्रधानमंत्री ने बढ़ी हुई सैलरी लेने से इनकार कर दिया है तो पीएम की बढ़ी हुई सैलरी चैरिटी के कार्यों में खर्च की जाएगी. इस बारे में जब साथी सांसदो ने कहा कि पीएम की सैलरी बाकि सभी से ज्यादा होनी चाहिए तो इस पर प्रधानमंत्री त्शेरिंग तोब्गेय ने कहा कि अगर पीएम को ज्यादा सैलरी देना जरूरी है तो पीएम की सैलरी में सिर्फ एक रुपया ज्यादा होना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जब देश खराब हालातों से गुजर रहा है तब देश का पीएम बढ़ी हुई सैलरी एक्सैप्ट नही कर सकता. हालांकि इस प्रस्ताव को एक्सैप्ट नही गया.

Posted By: Prabha Punj Mishra