सुपरबग से सावधान रहें चिकन के शौकीन
मुर्गी और अंडे में पाये जाते हैं बैक्टीरिया
एक स्टडी में आशंका जताई गई है कि पोल्ट्री फॉर्मों में सुपरबग पैदा हो रहे हैं। सुपरबग ऐसा बैक्टीरिया है जिसपर किसी एंटीबायोटिक का असर नहीं होता है। अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज डायनेमिक्स, इकोनॉमिक्स एंड पॉलिसी सीडीडीईपी के रिसर्च में पंजाब के पोल्ट्री फार्मों में एंटीबायोटिक प्रतिरोधी बैक्टीरिया की मौजूदगी का संकेत मिला है। ये बैक्टीरिया मुर्गियों के साथ उनके अंडों में भी पाए गए। रिसर्च में मुर्गियों की बीमारियों को ठीक करने या उन्हें वजनदार बनाने के लिए धड़ल्ले से किए जा रहे एंटीबायोटिक्स के प्रयोग पर गंभीर चिंता जताई गई है।
क्या कहा गया है रिपोर्ट में
सीडीडीईपी के निदेशक रमणन लक्ष्मीनारायण ने कहा कि पोल्ट्री फार्मों में एंटीबायोटिक्स का अधिक इस्तेमाल हम सबके साथ पर्यावरण के लिए भी नुकसानदेह है। वल्र्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन डब्ल्यूएचओ के अनुसार एंटीमाइक्रोबियल रेसिस्टेंस एएमआर पूरी दुनिया के स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा है। प्रभावी एंटीबायोटिक्स के बिना सर्जरी से लेकर कीमोथेरेपी की सफलता की संभावना कम हो जाती है। साल 2016 में दुनिया भर में 4।80 लाख लोग मल्टी ड्रग रेसिस्टेंट टीबी के शिकार हुए। दवा प्रतिरोधक के कारण ही एचआईवी व मलेरिया जैसी बीमारियों के इलाज में भी मुश्किलें पैदा होती हैं।
एंटीबायोटिक्स खो रहे असर
हाल ही में रिटायर्ड हुईं वल्र्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की डायरेक्टर मार्गरेट चान ने मॉर्डन मेडिकल साइंस के चमत्कार एंटीबायोटिक्स के संदर्भ में कहा कि दुनिया इन्हें खोने के कगार पर है। अगली बार जब आप संक्रमण की चपेट में आएंगे तो नियमित एंटीबायोटिक्स के जरिए उसे ठीक करना मुश्किल हो जाएगा। ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सांइेसज के चिकित्सकों की रिपोर्ट बताती है कि एंटीबायोटिक्स के दुरुपयोग से अब छोटे बच्चे भी संक्रमण का शिकार हो रहे हैं। दिल्ली में तो सीवेज ड्रेनों में भी एंटीबायोटिक के निशान पाए गए हैं। इसी स्थिति में सुपरबग पैदा होते हैं।