जीवन के आख़िरी वर्षों में लोग दुनिया की तड़क-भड़क से दूर ऐसे जगहों पर ज़िंदगी गुज़ारना चाहते हैं जहाँ जीवन की रफ़्तार धीमी हो मौसम थोड़ा गर्म हो ख़र्चे और टैक्स कम हों लेकिन उन्हें अत्याधुनिक हर सुविधा हासिल हो ख़ासकर बेहतर गुणवत्ता की स्वास्थ्य सुविधाएँ.
आइए, नज़र उन जगहों पर जो रिटायरमेंट गुजारने के लिए सबसे अच्छी हो सकती हैं.शांतिपूर्ण पनामाफ्रांस दुनियाभर के सैलानियों की पहली पसंद है और इसकी वजह है यहाँ का नैसर्गिक सौंदर्य, खूबसूरत कस्बे और शहर, स्वादिष्ट भोजन, सस्ती वाइन और दक्षिण का गरम मौसम.ऐसे लोगों के लिए जिनका ज़ोर रिटायरमेंट के बाद सुविधाओं पर ज़्यादा होता है, उनके लिए फ्रांस रहने की बेहतर जगह हो सकती है.फ्रांस में टैक्स और सरकारी शुल्क काफ़ी अधिक हैं. यहाँ का तेज़ रफ़्तार का रेल नेटवर्क दुनियाभर में अपनी धाक जमा चुका है.मलेशिया की हसीन शामदुनियाभर में सबसे अधिक घनत्व वाले द्वीपों में शुमार है माल्टा. द्वीप लगभग 120 वर्गकिलोमीटर में फैला है और आबादी लगभग चार लाख है.
अंग्रेज़ी बोलचाल की पहली भाषा है. इस छोटे से द्वीप में पाँच हज़ार ब्रितानी नागरिक रहते हैं, लंदन से यहाँ तीन घंटे के हवाई सफर से पहुँचा जा सकता है.यूरोपीय लोगों के बीच रिटायरमेंट की सबसे पसंदीदा जगह होने के कारण ही शायद यहाँ की सरकार ने माल्टा रिटारयरमेंट प्लान के तहत यूरोपीय नागरिकों पर 15 प्रतिशत तक का आयकर लगाया है.पुर्तगाल के रेतीले समुद्री किनारे
उन विदेशियों के लिए जो यहां रिटायरमेंट का जीवन गुजारना चाहते हैं, सरकार ने उन्हें आयकर से पूरी तरह छूट दे रखी है. मौसम न ठंडा है और न ज़्यादा गरम. संस्कृति ऐसी है, जहाँ बड़े-बुजुर्गों को सम्मान दिया जाता है.इंटरनेशनल लिविंग मैगज़ीन के मुताबिक़ दो बेडरूम का मकान 1200 डॉलर प्रतिमाह में मिल जाएगा और थाई लंच महज एक डॉलर तक में मिल सकता है.
बेलिज़े का आरामदक्षिण अमरीका के इस देश की पहली भाषा अंग्रेज़ी है. रिटायरमेंट के बाद बेहतर ज़िंदगी गुजारने वालों के लिए यह पसंदीदा जगह बनता जा रहा है. देश की आबादी महज साढ़े तीन लाख है.रिटायरमेंट से जुड़े फ़ायदे उठाने वाले विदेशियों के लिए शर्त है कि उनकी उम्र 45 साल से कम नहीं होनी चाहिए और उनकी मासिक आमदनी कम से कम दो हज़ार डॉलर.
Posted By: Satyendra Kumar Singh