जम्मू-कश्मीर में बीजेपी व पीडीपी की सरकार बनने के आसार, किसी समय हो सकता ऐलान
17 फरवरी को सरकार का गठन की उम्मीद
सूत्रों के अनुसार, दोनों दलों ने अंतिम और निर्णायक बातचीत के लिए अपने-अपने पैनल भी बना लिए हैं. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि संभवत 17 फरवरी को सरकार का गठन हो जाएगा, लेकिन सभी शर्तों को अंतिम रूप देने और राज्यपाल एनएन वोहरा के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश करने से पहले पीडीपी संरक्षक मुफ्ती मुहम्मद सईद की नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात होगी.
पहले गठन 15 फरवरी को होना
जानकारी के मुताबिक दोनों दलों ने अनुच्छेद 370, अफस्पा, कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान व हुर्रियत नेताओं के साथ बातचीत जैसे विवादास्पद मुद्दों पर अनावश्यक बयानबाजी न करने को कहा है. दोनों दलों के बीच सहमति जनवरी माह के अंत में ही बन गई थी, लेकिन औपचारिक बातचीत को जम्मू-कश्मीर की राज्यसभा की चार सीटों के चुनाव तक स्थगित रखने का फैसला किया गया था. पहले औपचारिक बातचीत 10-11 फरवरी को होनी थी और सरकार का गठन 15 फरवरी को होना था, लेकिन नई दिल्ली में भाजपा की हार से इसमें फेरबदल हो गया. इसके साथ ही पार्टी महासचिव राममाधव के लंदन चले जाने के कारण यह स्थगित हो गई और सरकार का गठन भी लगभग एक सप्ताह के लिए टल गया. राममाधव बुधवार रात लंदन से नई दिल्ली पहुंच गए हैं. सूत्रों के अनुसार, उन्होंने पीडीपी के शीर्ष नेतृत्व के साथ फोन पर साझा सरकार के गठन की प्रक्रिया को अंतिम रूप देने का फैसला किया.
इस बीच, भाजपा नेता प्रो. निर्मल सिंह ने जागरण को बताया कि अगले एक-दो दिन में सबकुछ तय हो जाएगा, लेकिन हम देश की एकता और अखंडता से कोई समझौता नहीं करेंगे. वहीं पीडीपी के प्रमुख प्रवक्ता नईम अख्तर ने कहा कि अभी औपचारिक बातचीत का एजेंडा तय नहीं हुआ है. हम यह कह सकते हैं कि प्रक्रिया जारी है. जल्द ही लोगों के समक्ष हम अपना रुख साफ कर देंगे, लेकिन हम अपने सियासी उसूलों से समझौता नहीं करेंगे.
अध्यक्षता में एक पैनल बनाया गया
जानकारी के अनुसार अंतिम बातचीत के लिए पीडीपी ने पांच सदस्यीय पैनल बनाया है. इसमें पूर्व उपमुख्यमंत्री मुजफ्फर हुसैन बेग, सांसद तारिक हमीद करा, जम्मू-कश्मीर बैंक के पूर्व चेयरमैन व विधायक डॉ. हसीब द्राबु और पार्टी प्रवक्ता नईम अख्तर शामिल हैं. भाजपा की तरफ से भी प्रदेशाध्यक्ष जुगल किशोर की अध्यक्षता में एक पैनल बनाया गया है, जिसमें प्रो. निर्मल सिंह और पीएमओ में मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह शामिल हैं.
सौंपी जाएगी जिम्मेदारी
अभी तक दोनों दलों में बनी सहमति के मुताबिक मुफ्ती मोहम्मद सईद छह साल के लिए मुख्यमंत्री रहेंगे, जबकि उपमुख्यमंत्री पद संभवत: भाजपा के प्रो. निर्मल सिंह संभालेंगे. इसके अलावा मंत्रीमंडल में दोनों दलों के आठ-आठ सदस्य होंगे. पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन भी कैबिनेट में शामिल होंगे, लेकिन भाजपा के कोटे से. विधानसभा स्पीकर का पद भी भाजपा को मिलने की उम्मीद है.