दुनिया में कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रान को लेकर काफी दहशत फैली है। यह वैरिएंट अब भारत तक पहुंच गया है मगर अफ्रीका में जहां यह पहली बार पाया गया था वहां टीम इंडिया को खेलने जाना है। ऐसे में बीसीसीआई इस मसले पर क्या फैसला लेगा यह देखने लायक होगा।

नई दिल्ली (एएनआई)। देश में हर कोई नए ओमीक्रोन कोरोना वैरिएंट के बारे में चिंतित है और खिलाड़ी भी इसको लेकर परेशान हैं क्योंकि यह वायरस अफ्रीका में तेजी से फैल गया है। भारतीय टीम के इस महीने दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर जाने पर सवाल उठ रहे हैं कि क्या बीसीसीआई को उन्हें मौजूदा हालात को देखते हुए खिलाड़ियों को भेजना चाहिए या फिर इसे रद कर देना चाहिए। भारत के पूर्व टेस्ट क्रिकेटर और सलेक्टर रहे सरनदीप सिंह को लगता है कि बीसीसीआई एक जिम्मेदार बोर्ड है और वह इस समस्या का समाधान ढूंढेगा और खिलाड़ियों के स्वास्थ्य और भलाई के हित में सबसे अच्छा फैसला करेगा।

बीसीसीआई इसका समाधान निकालेगा
पूर्व सलेक्टर ने कहा, “मुझे पता है कि बीसीसीआई जल्द ही सभी बातें क्लियर कर देगा और हां यह चिंता का विषय है कि हमें ऐसे देश में खेलना है जहां कोविड​​​-19 के नए वैरिएंट का पता चला है, लेकिन मुझे बीसीसीआई पर विश्वास है कि वह इसका समाधान ढूंढेगा। भारत के पूर्व क्रिकेटर और चयनकर्ता सरनदीप सिंह ने एएनआई को बताया, जब खिलाड़ियों के स्वास्थ्य की बात होगी तो वे सही निर्णय लेंगे। इससे पहले आज बीसीसीआई में एएनआई के सूत्रों ने बताया कि भारतीय बोर्ड क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के साथ चर्चा कर रहा है कि वहां की मौजूदा स्थिति को देखते हुए सीरीज को पीछे धकेला जा सकता है। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी इस संबंध में बातें स्पष्ट करते हुए कहा कि बीसीसीआई को दक्षिण अफ्रीका में पूर्ण दौरे के लिए टीम भेजने से पहले भारत सरकार से बात करनी चाहिए।

मौजूदा सलेक्शन कमेट पर सवाल
पूर्व चयनकर्ता ने मौजूदा चयन पैनल पर कटाक्ष किया है क्योंकि उन्होंने भारत बनाम न्यूजीलैंड टेस्ट सीरीज के लिए कुछ प्रमुख खिलाड़ियों और युवा ऋषभ पंत को आराम दिया था। सिंह ने कहा, "न केवल भारत बल्कि हर टीम क्रिकेट खेल रही है और यह बायो-बबल लंबे समय तक अनिवार्य है। हां, यह खिलाड़ियों के लिए कठिन है लेकिन हम इसे एक बहाना नहीं बना सकते कि यह हमारे खेल को प्रभावित कर रहा है। आपके पास इसमें आदी होने के लिए पर्याप्त समय है आराम करें और आपका परिवार भी इस बुलबुले में आपके साथ है इसलिए आप यह नहीं कह सकते कि यह तनाव का स्तर आपको परेशान कर रहा है। मुझे समझ में नहीं आता कि ऋषभ पंत को आराम क्यों दिया गया क्योंकि वह सिर्फ 22 साल का है और आपको उसे बोझ और दबाव का अहसास कराना होगा। ताकि वह और मैच्योर हो सके।'

द्रविड़ एक बेहतर कोच
कानपुर टेस्ट ड्रा होने के बाद भारत की नजर मुंबई टेस्ट में जीत हासिल करने पर होगी। इस पर सिंह ने कहा, "मुझे पता है कि राहुल द्रविड़ एक अच्छे कोच हैं और अपने दिनों के दौरान वह एक अद्भुत बल्लेबाज थे और मेरे कार्यकाल में, उन्होंने भारत की अंडर -19 टीम को बहुत अच्छी तरह से कोचिंग दी। वह इस टीम का अच्छी तरह से नेतृत्व कर सकते हैं और मुझे पूरा विश्वास है कि वह खिलाड़ियों से बात करेंगे। हर मैच के बाद और अगर कोई फॉर्म में नहीं है तो वह उसका भी मार्गदर्शन करेगा।"

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari