बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और विपक्षी नेता खालिदा जिया को कोर्ट ने भ्रष्टाचार के दो मामलों में जमानत दे दी है. बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी BNP की अध्यक्ष जिया गिरफ्तारी वारंट जारी होने के 39 दिन बाद रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच भ्रष्टाचार रोधी अदालत में पेश हुई.

ट्रस्टों के पैसे गगन करने का आरोप
जिया को मिली जमानत को बांग्लादेश में जारी राजनीतिक टकराव की स्थिति को कम करने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है. जिया पर प्रधानमंत्री के तौर पर अपने अंतिम कार्यकाल (2001-06) के दौरान दो ट्रस्टों के चार करोड़ रुपये के गबन का आरोप लगाया गया है. हालांकि, उन्होंने इन आरोपों को राजनीतिक रूप से प्रेरित बताते हुए खारिज किया है. जिया के वकील शनाउल्ला मियां ने कोर्ट को बताया कि खराब स्वास्थ्य और सुरक्षा कारणों के चलते उनके मुवक्किल कोर्ट में पेश नहीं हो सकी थीं.
विवश होना पड़ा
सुनवाई के दौरान जज ने कहा कि कोर्ट में उपस्थित नहीं होने के चलते गिरफ्तारी वारंट जारी करना पड़ा था. हालांकि इन मामलों में शामिल अन्य दो आरोपियों को भी जमानत दे दी गई. इन मामलों की अगली सुनवाई अब 5 मई को होनी है, इसके चलते खालिदा को कोर्ट के समक्ष पेश होना पड़ेगा. जस्िटस अबु अहमद जमादार ने अपने डिसीजन का बचाव करते हुए कहा कि वह गिरफ्तारी वॉरंट जारी नहीं करना चाहते थे, लेकिन इसके लिए उन्हें मजबूर होना पड़ा था.
पार्टी दफ्तार में रह रही थीं जिया
आपको बताते चलें कि खालिदा 3 जनवरी से अपनी पार्टी दफ्तर में रह रहीं थीं. दरअसल खालिदा ने विवादित आम चुनाव के 1 साल पूरे होने पर सरकार विरोधी मार्च निकालने की धमकी दी थी. जिसके बाद उन्हें ऑफिस के अंदर ही नजरबंद कर दिया गया था. गौरतलब है कि गैर दलीय कार्यवाहक सरकार के नेतृत्व में नए सिरे से संसदीय चुनाव की मांग करते हुए 5 जनवरी से देशव्यापी नाकेबंदी का आह्वान किया था.

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari