मूवी रिव्यू : 'बधाई हो'... हंसी रोककर दिखाओ तो जानें
कहानी :
क्या होता है जब एक अधेड़ कपल को नन्हें मेहमान के आने की बात पता चलती है, फैमिली और समाज मे हंसी का पात्र बने कपल कैसे करते हैं इस नन्हे मेहमान का स्वागत? यही है फिल्म की कहानी।
समीक्षा :
तो सबसे पहले बात करते हैं उन लोगो की जो सबसे पहले बधाई के पात्र हैं, फिल्म के सभी नवोदित राइटर्स (अक्षत, ज्योति और शांतनु) एक ऐसी दुनिया मे लेकर आ जाते हैं जो हमारे आपके जैसे लोग हैं। वैसे ही पेरेंट्स, वैसे ही मोहल्ले वाले, वैसे ही दोस्त यार, वैसी ही दादी माँ जैसी आपने अपने जीवन मे देखी होगी। फिल्म कई लेवल पे सोशल प्रॉब्लम्स को अड्रेस करती है और कई सारे सोशल स्टिग्मा पर बात करती है। अनवांटेड प्रेग्नेंसी की थीम को हास्य व्यंग्य के माध्यम से यह फिल्म गर्भ निरोधन और फोर्स्ड मैरेज की बातें भी करती है पर कहीं पर भी चीप नही होती। ये एक फैमिली एंटरटेनर है और इसे आप अपने पेरेंट्स के साथ बैठ कर बिना शर्मिन्दा हुए देख सकते हैं। यहां तक कि गारन्टी मैं देता हूँ कि जिन डायलॉग पर आप खिलखिलाएँगे उन्ही पे आपकी दादी और माँ भी हँसेंगी। जहां आपकी आंख नम होगी वहीं उनकी भी होगी। फिल्म का आर्ट डायरेक्शन और कॉस्ट्यूम टू द पॉइंट हैं। फिल्म की एडिट भी बढ़िया है। फिल्म में संगीत ठूसा हुआ नहीं है और फिल्म के नरेटिव को सपोर्ट करता है। डायरेक्शन बढ़िया है।
पिछला साल अगर राजकुमार राव का था तो ये साल आयुष्मान का है। लगातार दो फिल्मों में जबरदस्त एक्टिंग करते हुए आयुष्मान इस साल बेस्ट एक्टर के सबसे प्रबल दावेदार हैं। गजराज जी और नीना गुप्ता जी का तो कहना ही क्या, उनकी केमेस्ट्री गजब है, दोनो अपने अपने किरदार ही हैं ऐसा लगता है। पर फिल्म का असल सरप्राइज हैं दादी का रोल कर रहीं सुरेखा सीकरी जिन्हें हमने बालिका वधु में दादी सा के किरदार में देखा था। सान्या मल्होत्रा भी सहज तरीके से अपना किरदार निभाती हैं। उनकी एक्टिंग दंगल और पटाखा की परफॉर्मेन्स को टक्कर दे रही है। ओवरऑल फिल्म की कास्टिंग परफेक्ट है।रेटिंग : 4 STAR
वर्डिक्ट : ये फिल्म जरूर देखिए।
Review by : Yohaann BhaargavaTwitter : @yohaannnप्रियंका-निक जोनस की शादी में परिणीति चोपड़ा अपने जीजू से वसूलेंगी 37 करोड़ रुपए!अमिताभ बच्चन से जुड़े इन सवालों ने सबको कर दिया हैरान, हम देंगे सही जवाब