Baba Siddiqui Murder: आरोपी धर्मराज कश्यप नाबालिग नहीं भेजा गया जेल, ओसिफिकेशन टेस्ट से खुली पोल, जानें कैसे होता है ये टेस्ट
मुंबई (एएनआई)। Baba Siddiqui Murder: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। हत्या के आरोपी धर्मराज कश्यप के ओसिफिकेशन टेस्ट के बाद यह कंफर्म हो गया है कि वह नाबालिग नही है। अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि ओसिफिकेशन टेस्ट के रिजल्ट के बाद धर्मराज कश्यप को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 21 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। इससे पहले, बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के एक अन्य आरोपी गुरमेल सिंह को 21 अक्टूबर तक मुंबई क्राइम ब्रांच की हिरासत में भेजा गया था।
एक अन्य आरोपी को पुणे से गिरफ्तार किया
इस बीच, मुंबई पुलिस ने रविवार को बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के एक अन्य आरोपी को पुणे से गिरफ्तार किया। अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी की पहचान प्रवीण लोनकर (28) के रूप में हुई है, जो साजिश में शामिल शुभम लोनकर का भाई है। अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने कथित तौर पर सिद्दीकी की हत्या की साजिश में धर्मराज कश्यप और शिवकुमार गौतम को शामिल किया था। पुलिस के अनुसार, शिवकुमार नामक तीसरा शूटर फिलहाल फरार है।
क्या है बोन ओसिफिकेशन टेस्ट, जिससे हुआ खुलासा
बोन ओसिफिकेशन टेस्ट में एज यानी कि उम्र कंफर्म करने के लिए हड्डियों का एनालिसिस किया जाता है। इस टेस्ट में शरीर की कुछ हड्डियों, खास तौर पर क्लेविकल, स्टर्नम और पेल्विस के एक्स-रे की जांच की जाती है जिससे कि हड्डियों में वृद्धि की डिग्री का पता लगाया जा सके। इन हड्डियों की इसलिए टेस्टिंग की जाती है कि क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ-साथ इनके आकार में सबसे ज्यादा चेंजेस होते हैं। कुछ हड्डियां एक निश्चित उम्र पर कठोर हो जाती हैं और एक दूसरे से जुड़ने लगती हैं। इसलिए हड्डियां उम्र का पता लगाने का एक तरीका हो सकती हैं। हालांकि अदालतें उम्र पता लगाने के लिए इन तरीकों का इस्तेमाल करती हैं, लेकिन इन टेस्ट को सबसे सटीक नहीं माना जाता है।
हमलावरों ने बाबा सिद्दीकी पर गोलियां चलाईं
बतादें कि महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या शनिवार रात करीब साढ़े नौ बजे हुई, जब बाइक पर सवार तीन हमलावरों ने बाबा सिद्दीकी पर गोलियां चलाईं। उन्होंने 9.9 एमएम की पिस्तौल से छह राउंड गोलियां चलाईं। बाबा सिद्दीकी को गंभीर हालत में मुंबई के लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। रविवार को मुंबई के बड़ा कब्रिस्तान में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। बाबा सिद्दीकी मर्डर की गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने जिम्मेदारी ली है।