उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से पंचकोसी परिक्रमा की परिधि के बाहर की 5 जगहें मस्जिद के लिए चिन्हित की गई है। प्रस्तावित भूमि की डिटेल मंजूरी के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास भेजी गई है। हालांकि सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड अभी इस मामले पर काेई निर्णय नहीं ले पाया है।


अयोध्या (आईएएनएस)। अयोध्या राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद योगी सरकार ने एक कदम बढ़ाया है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा सरकार को मुस्लिम पक्ष को मस्जिद बनाने के लिए पांच एकड़ भूमि देने के निर्देश के बाद सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड फिलहाल कोई फैसला नहीं कर पाया लेकिन योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रस्तावित मस्जिद के लिए पांच जगहों की पहचान कर ली है। खास बात तो यह है कि इन प्रस्तावित स्थानों की डिटेल मंजूरी के लिए केंद्र सरकार के पास भेज दी गई है। इन जगहों पर हैं ये जमीने


खास बात तो ये है कि योगी सरकार ने जिन पांच स्थानों की पहचान की है वे साधु-संतों की इच्छानुसार पंचकोसी परिक्रमा के दायरे से बाहर हैं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार प्रदेश सरकार ने जिन स्थानों की पहचान की हैं उनमे चार स्थान तो अयोध्या-फैजाबाद मार्ग पर, अयोध्या-बस्ती मार्ग पर अयोध्या-सुल्तानपुर मार्ग पर और अयोध्या-गोरखपुर मार्ग पर हैं। वहीं पांचवां स्थान राजमार्ग पर परिक्रमा मार्ग से दूर है। ये ऐसे स्थान तलाशे गए हैं जिनमें कि भविष्य में किसी तरह का काेई विवाद न हो। भूमि लेने से इंकार कर दिया

वहीं ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सलन लॉ बोर्ड, बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी और जमीयत उलेमा-ए-हिंद जैसे मुस्लिम पक्षों ने अयोध्या में ढहाई गई बाबरी मस्जिद के बदले नई मस्जिद के निर्माण के लिए पांच एकड़ भूमि के प्रस्ताव को स्वीकार करने से पहले ही मना कर दिया है। इनका कहना है कि वे इसे स्वीकार नहीं करेंगे। वहीं सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के सूत्रों की मानें तो इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए अगले महीने बैठक होगी। अभी इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है।

Posted By: Shweta Mishra