भारत, वेनेजुएला के बाद अब ऑस्ट्रेलिया में भी होगी नोटबंदी
भारत के नक्शे कदम पर ऑस्ट्रेलिया
सुनने में आ रहा है कि वेनेजुएला के बाद अब भारत की नीति को सही मानते हुए ऑस्ट्रेलिया भी नोटबंदी लागू करने की योजना बना रहा है। ऑस्ट्रेलिया की अर्थव्यवस्था भी काले धन की समस्या से जूझ रही है और अब उससे उबरने के लिए वहां की सरकार इस योजना पर गंभीरता से काम कर रही है। कहा तो यहां तक जा रहा है कि इसके लिए ऑस्ट्रेलिया में एक विशेष टॉस्क फोर्स का गटन भी किया जायेगा। ऑस्ट्रेलियया में सबसे बड़ी करेंसी 100 डॉलर के नोट की है। टास्क फोर्स काले धन को बाहर लाने और इसी हाई वैल्यु करेंसी का फ्यूचर सिक्योर करने की योजना पर कार्य करेगी।
बैंक भी चाहते हैं नोटबंदी
पिछले दिनों खबर आयी थी कि ऑस्ट्रेलिया में यूबीएस बैंक ने वहां सौ डॉलर के नोट को बैन करने की मांग की है। बैंक का सुझाव थ कि अगर सरकार 100 डॉलर के नोट बंद कर दे तो ये देश की इकॉनमी को सुधारने की दिशा में एक पॉजिटिव पहल होगी। बैंक का ये भी कहना था कि बैंकों में रकम जमा करने के काम में तेजी आ रही है, जिसके चलते काम का दबाव बिना वजह के बढ़ रहा है। अच्छा होगा कि डिजिटल और कैशलैस पेमेंट को बढ़ावा दिया जाए। इसके लिए भी बड़े नोटों को बंद करना आवश्यक है।
नोटबंदी? तो सिक्कों से क्यों न बनाएं 'बैलेंस'!
काले धन के रूप में जमा हैं बड़े नोट
बैंकों ने आंकड़े सामने रखते हुए बताया था कि ऑस्ट्रेलिया में इस समय 100 डॉलर के 300 मिलियन नोट ही चलन में हैं और उनमें से भी ज्यादा को लोगों ने ब्लॉक करके रखा हुआ है। कुछ ही नोट कभी-कभी बाहर आ पाते हैं। आंकड़ों के अनुसार ऑस्ट्रेलिया में 92 प्रतिशत की करेंसी ऐसी है जो 100 और 50 डॉलर के नोटों में मौजूद है। इस वजह से पांच डॉलर के नोट की अपेक्षा 100 डॉलर के नोटों की संख्या तिगुना चलन में हैं। इसलिए देश में ब्लैक मनी का बोलबाला है। इस बारे में बात करते हुए ऑस्ट्रेलिया के राजस्व और वित्तीय सेवा मंत्री केली ओ डॉयनर ने एक रेडियो कार्यक्रम में स्वीकार किया था कि नोटबंदी से छिपे हुए काले धन का बाहर लाने में मदद मिलेगी।
वेनेजुएला पहले ही कर चुका है विचार का सर्मथन
इस बीच वेनेजुएला में प्रचलित सबसे बड़े बैंक नोट 100 बोलिवर बिल को चलन से बाहर करने की घोषणा पिछले दिनों वहां के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के आपात आदेश पर दस्तखत करने के बाद पहले ही की जा चुकी है। काले धन के माफिया से निपटने के लिए वेनेजुएला में प्रचलित बड़े बैंक नोटों के स्थान पर उससे 200 गुना अधिक मूल्य के नए बैंक नोट और सिक्के जारी करने की बात कही गयी है।
जब भारत में छपा था 10 हजार रुपये का नोट, 1 रुपया था 15 डॉलर का8 नवंबर को हुई थी भारत में नोटंबदी की घोषणा
भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते माह 8 नवंबर को नोटबंदी का एलान किया था। जिसके बाद देश में 500 और 1000 रुपए के नोट का चलन बंद कर दिया गया। आज आधी रात से 500 के नोटों को चलाने की कुछ जगहों पर दी गयी छूट भी समाप्त हो जायेगी। अब आने वाली 30 दिसंबर तक इन नोटों को बैंकों में या जमा किया जा सकता है। पुराने नोटों की जगह 500 और 2000 रुपए के नए नोट जारी किए गए हैं। International News inextlive from World News Desk