असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड पुलिस की स्पेशल ब्रांच के दो सब-इंस्पेक्टर को चंपई सोरेन के लोगों ने दिल्ली के एक होटल में उस समय पकड़ा जब वे पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन पर नजर रख रहे थे। दोनों एसआई को दिल्ली पुलिस को सौंप दिया गया है। यहां पढ़ें पूरा मामला...

कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को आरोप लगाया कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन पर झारखंड पुलिस पिछले पांच महीनों से निगरानी रख रही थी। असम के सीएम ने कहा कि झारखंड पुलिस की स्पेशल ब्रांच के दो सब-इंस्पेक्टर (एसआई) को चंपई सोरेन के लोगों ने दिल्ली के एक होटल में उस समय पकड़ा जब वे पूर्व मुख्यमंत्री पर नजर रख रहे थे। असम के सीएम ने दावा किया कि दोनों एसआई ने कहा कि उन्होंने 'संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति' और विशेष शाखा प्रमुख के आदेश पर चंपई सोरेन पर नजर रखी। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि दोनों एसआई को दिल्ली पुलिस को सौंप दिया गया है, जिन्होंने जांच को आगे बढ़ाया है।

श्री चंपई सोरेन जी अभी भी झारखंड राज्य के मंत्री हैं। आप सुन के हैरान होंगे कि JMM-Cong के लोग संविधान बचाने की बात करते हैं लेकिन चंपई जी जैसे एक वरिष्ठ आदिवासी नेता पर snooping करने के लिए एक बड़ा षड्यंत्र भी रचते हैं। झारखंड पुलिस के कुछ आला अधिकारी पकड़े गये हैं। pic.twitter.com/AAn63Bzwb8

— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) August 28, 2024


हम इसे हाई लेवल पर उठाएंगे
गुवाहाटी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, "यह भारतीय राजनीति में निगरानी का सबसे दुर्लभ मामला है, हम इसे हाई लेवल पर उठाएंगे। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सुझाव दिया है कि चंपई सोरेन के फोन टैप किए गए हो सकते हैं और उन्हें 'हनी ट्रैप' में फंसाने की कोशिश की गई हो सकती है क्योंकि कथित तौर पर एक महिला दो अधीनस्थ जांचकर्ताओं के संपर्क में थी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का यह बयान चंपई सोरेन द्वारा 30 अगस्त को भाजपा में शामिल होने की घोषणा के बाद आया है।

Posted By: Shweta Mishra