अमेर‍िका की नासा की एक पूर्व महिला कर्मचारी ने एक अजीबो गरीब खुलासा क‍िया है. उसने दावा क‍िया है क‍ि मंगल ग्रह पर 1979 में इंसान जैसे दि‍खने वाले दो लोग द‍िखाए दे चुके हैं. महिला कर्मचारी की इस बात ने पूर व‍िश्‍व में सनसनी फैला दी है. वैज्ञान‍िक भी उसके इस बयान से शॉक्‍ड हो गए हैं. हालांकि नासा ने अभी तक इस दावे की कोई पुष्टि नहीं की है.

दावे ने फैलाई सनसनी
नासा के एक पूर्व कर्मचारी जैकी का कहना है कि उसने 1979 में मंगल ग्रह पर दो मानव के समान प्राणी देखे थे. जैकी की बात को हालांकि वैज्ञानिक जगत में गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है परन्तु उनके बयान ने सनसनी जरूर फैला दी है. गौरतलब है कि नासा सहित दुनिया की दूसरे देशों के अंतरिक्ष कार्यक्रमों के तहत दुनिया के परे भी क्या जीवन है उस पर खोज लंबे समय से जारी है. राष्ट्रीय वैमानिकी एवं अंतरिक्ष प्रशासन की पूर्व कर्मचारी जैकी 1979 में मंगल ग्रह पर दो मानवों को देखने की बात कर रही हैं. यह दावा उन्होंने विकिंग मार्स लेंडर द्वारा भेजी गई तस्वीरों के आधार पर किया है.

 

साधारण कपड़े पहने थे दोनो
जैकी नामक उस महिला ने अमरीका की कॉस्ट टू कॉस्ट एम रेडियो स्टेशन को कथित रूप से मंगल ग्रह पर दो लोगों को टहलते देखने का दावा किया है. उन्होंने रेडियो प्रस्तोता को कथित तौर पर बताया कि 1979 में वह विकिंग लैडर की टेलिमेटरी को संभाल रही थीं. तब मैंने दो लोगों को अंतरिक्ष सूट में देखा. उन्होंने कोई भारी भरकम नहीं, बल्कि एक साधारण सूट पहन रखा था. वे विकिंग एक्सप्लोरर के समीप आए. उन्होंने कहा, उन लोगों ने जो सूट पहन रखा था, वह वैसा नहीं था जैसा अंतरिक्षयात्री पहनते हैं. जैकी ने यह भी कहा, हमलोग वहां आधा दर्जन की संख्या में मौजूद थे और उपकरण की देखरेख कर रहे थे. इसके बाद उन्होंने हमारे वीडियो फीड का संपर्क तोड़ दिया.

 

1975 में चला था मिशन
उल्लेखनीय है कि विकिंग एक्सप्लोरर मंगल ग्रह की तस्वीरें भेजने वाला पहला यान है. विकिंग एक्सप्लोरर पहला ऐसा मिशन था जिसने मंगल ग्रह की पहली तस्वीरें धरती पर भेजी थीं. विकिंग-1 20 अगस्त 1975 में और विकिंग-2 को 9 सितंबर 1979 में लांच किया गया था. विकिंग 1 मंगल की सतह पर 20 जुलाई 1976 को उतरा था. इसी साल विकिंग-2 भी मंगल पर उतर गया था.

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Posted By: Satyendra Kumar Singh