दिल्‍ली विधानसभा में कौन पार्टी अपनी सरकार बनायेगी इसका फैसला लगभग तय हो चुका है. शुरुआती रिज्‍ल्‍ट को देखकर लगता है कि दिल्‍ली का अगला सीएम अरविंद केजरीवाल बन सकते हैं. फिलहाल दिल्‍लीवालों ने जिस तरह से अरविंद को पूर्ण बहुमत दिया है उससे साफ जाहिर होता है कि अबकी बार जनता ने जोड़-तोड़ की सरकार वाले ट्रेंड को सिरे से खारिज कर दिया है.

केजरीवाल को लगने लगा डर
आप पार्टी द्वारा पूर्ण बहुमत मिलने के बाद अरविंद केजरीवाल ने जनता को धन्यवाद दिया. केजरीवाल ने कहा कि, अंहकार वाली सरकार का पतन हो चुका है. जो लोग सत्ता के मद में चूर थे, उन्हें करारा जवाब मिल गया है. हालांकि इसके साथ ही केजरीवाल ने इतने भारी बहुमत को देखकर हैरानी भी जताई है. उनका कहना है कि, 'मुझे उम्मीद नहीं थी कि हमारी पार्टी इतनी ज्यादा सीट जीतकर लायेगी. वहीं मुझे भारी बहमत मिलने से डर भी लगने लगा है.' इसके आगे बोलते हुये केजरीवाल ने पार्टी कार्यकर्ताओं को भी संदेश दिया. उन्होंने कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि, वह अन्य पार्टियों की तरह घमंड में न आयें.

घूसखोरी रोकना होगी पहली प्राथमिकता

अरविंद केजरीवाल ने जीत की खुशी जाहिर करते हुये कहा कि, यह जनता और आम आदमी की जीत है. हमारा सबसे पहला लक्ष्य, घूसखोरी खत्म करना होगा. हम घूसखोरी रोकने को लेकर कड़े कदम उठायेंगे. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, मैं VIP कल्चर को खत्म करना चाहूंगा. वहीं आम आदमी पार्टी (आप) नेता मनीष सिसौदिया ने कहा कि, दिल्ली की जनता ईमानदार सरकार चाहती है. इसके तहत दिल्लीवालों ने आप को पूर्ण बहुमत देकर अपनी अपनी इच्छा जाहिर कर दी है.
फिर लौटे केजरीवाल
दिल्ली विस चुनाव के बाद सभी एग्जिट पोल में आप को सबसे बड़ी पार्टी के रूप में दिखाया जा रहा था. इन सभी सर्वेक्षण में आप को आगे तो किया ही गया, साथ ही इतने भारी बहुमत के साथ आप ने अपनी ताकत का प्रदर्शन भी कर दिया. आपको बताते चलें कि, इससे पहले केजरीवाल ने 2013 दिसंबर में चुनाव जीता था तब उन्होंने कांग्रेस का समर्थन लेकर 49 दिनों तक अपनी सरकार चलाई थी. फिलहाल दिल्ली की कुर्सी एक बार फिर केजरीवाल के हाथों में आ गई. अब ऐसे में यही उम्मीद की जा सकती है कि, वह पुरानी गलती न दोहरायें.

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari