Archery एक पुरानी आर्ट है. ऐसा माना जाता है कि ट्रेडेशनली शिकार करने के लिए बो और ऐरो का यूज किया जाता था लेकिन अब ये एक पॉपुलर स्पोर्ट बन चुका है. ये स्पोर्ट अब बड़े बड़े स्पोर्ट ईवेंट्स का इंपोर्टेंट पार्ट बन चुका है. 2012 London Olympics की शुरुआत भी इसी से होगी.
By: Surabhi Yadav
Updated Date: Sat, 28 Jul 2012 01:10 PM (IST)
आर्चरी फन स्पोर्ट होने के साथ साथ फिजिकली काफी डिमांडिंग है. आर्चरी सीखने के लिए डेडीकेशन के साथ साथ सेफटी और एटिकेट्स भी ज़रूरी होते हैं. चलिए जानते हैं आर्चरी कितनी फिजकली डिमांडिंग है और क्या है आर्चरी के हेल्थ बेनेफिट्स. Archery keeps your body and mind healthyआर्चरी आपकी अपर बॉ़डी को स्ट्रेंथ, बैलेंस और को-ओर्डिनेशन देता है जो कि आपकी जेनरल हेल्थ के लिए बहुत जरूरी है. जरूरी होता है.कॉम्पटीशन लेवल पर ईवेंट के दिन आर्चर्स हेवी लोड लेकर 8 किलोमीटर तक चलते हैं. रेग्यूलर वॉकिंग की हेबिट से आपकी बॉडी को स्ट्रेंथ मिलती है.
आर्चरी रेग्युलरली स्टार्ट करने से पहले ये ध्यान रखे कि आपकी मसल्स में स्ट्रेंथ होनी चाहिए. बो से ऐरो को शूट करने के लिए बॉडी के अपर और लोअर पार्ट दोनों में स्ट्रेंथ और फ्लेक्सेबिलिटी होनी चाहिए. रेग्यूलर प्रैक्टिस से बॉडी में फ्लेक्सेबिलिटी और मसल्स को स्ट्रेंथ मिलती है.
रेग्यूलर एक्सरसाइज आपकी मसल्स को टोन करके आपकी बॉडी को प्रॉपर शेप देती है. अगर आप आर्चरी स्टार्ट करने जा रहे हैं तो इन बातों का खास ध्यान रखना होगा. अगर आपने इन बातों को इग्नोर किया तो आपके शोल्डर के पास कॉलर जॉव्इंट में इंजरी हो सकती है. शूटिंग के वक्त गलत टेकनीक यूज करने से आपकी रिस्ट, फिंगर ज्वाइंट्स और लिगामेंट्स में सूजन आ सकती है. आर्चरी के लिए फिजीकल स्ट्रेंथ के साथ साथ मेंटल फिटनेस भी ज़रूरी होती है. इन दोनों की वजह से आर्चरी प्रेक्टिस करने वाले में फोकस, फ्लेक्सेबेलेटी के साथ साथ अटेंशन स्किल भी डेवलप होती है.
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