हर कंपनी की कुछ गुप्त व्यवसायिक बातें और तथ्य होते हैं जिसे वो गुप्त ही रखना चाहती है.


ऐपल एक ऐसा रेस्तरां खोलने की योजना बना रहा है जहाँ सिर्फ उसके कर्मचारी जा सकते हैं. योचना के पीछे विचार ये है कि कर्मचारी बिना इस डर के खुलकर बातें कर सकें कि कंपनी की जानकारी बाहरी लोगों को न पता चल जाएँ.ये रेस्तरां दो मंजिला इमारात कैलिफोर्निया में ऐपल के मुख्यालय से कुछ दूरी पर होगी. इस प्रोजेक्ट को स्थानीय योजना आयोग की मंजूरी मिल चुकी है.ऐपल के नए रेस्तरां में खाने की जगह तो होगी ही साथ ही भूमिगत गराज, लाउंज, मिलने के लिए कमरे और बड़ा सा बरामदा होगा.ऐपल के नए रेस्तरां में खाने की जगह तो होगी ही साथ ही भूमिगत गराज, लाउंज, मिलने के लिए कमरे और बड़ा सा बरामदा होगा.ऐपल का कैफे मैक नाम से पहले से ही एक कैफे भी है लेकिन वहाँ बाहरी लोग भी आ सकते हैं.
लेकिन नए रेस्तरां में केवल ऐपल कर्मचारी आ सकेंगे जो खुलकर कंपनी के वर्तमान या भविष्य की योजनाओं पर बात कर सकते हैं.ऐपल में अधिकारी डैन वाइज़ेहंट का कहना है, रेस्तरां में कर्मचारियों को ये डर नहीं होगा कि उनकी बातें प्रतिद्वंदी सुन लेंगे. हम सुरक्षा की एक भावना प्रदान करना चाहते हैं.


ऐपल के बारे में ये बात मशहूर है कि वो अपने आने वाले प्रोडक्ट के बारे में जानकारी को बहुत ही छिपाकर कर रखता है.लेकिन कई बार ऐसा हुआ है कि जानकारी पहले ही बाहर आ गई. 2010 में कैलीफोर्निया में ऐपल के एक कर्मचारी का आईफोन 4 का प्रोटोटाइप बार में खो गया था.इसे गिज़मोडो नाम के ब्लॉग को बेच दिया गया था जिस पर तकनीकी मामलों से जुड़े लेख छपते हैं. इस कारण ऐपल को काफी दिक्कत हुई थी. कंपनी ने आईफोन को वापस लेने और उसके बारे में जानकारी लीक होने से रोकने के लिए काफी कोशिश की थी.गिज़मोडो ने बाद में आईफोन प्रोटोटाइप लौटा दिया था लेकिन उसने उपकरण का फोटो और वीडियो अपनी वेबसाइट पर डाल दिया था.जिन दो लोगों ने ये उपकरण गिजमोडो को बेचा था उन्हें जेल तो नहीं हुई पर जुर्माना देना पड़ा था.एक बार आईफोन4 एस का प्रोटोटाइप भी सैन फ्रैन्सिस्को के बार में खो गया था लेकिन वो कभी नहीं मिला.

Posted By: Garima Shukla