Apollo 11: 61 करोड़ रुपये की किताब जिसके सहारे इंसान चांद तक पहुंचा
कानपुर। आज से ठीक 50 साल पहले अमेरिकी स्पेस एजेंसी 'नासा' ने चांद पर पहली बार किसी इंसान को भेजने के इरादे से अपना एक मिशन लॉन्च किया था। फॉक्स न्यूज के मुताबिक, उस मिशन का नाम 'अपोलो 11( Mission Apollo 11)' रखा गया था और इसे 16 जुलाई, 1969 को लॉन्च किया गया। इसी मिशन के जरिये अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रॉन्ग 20 जुलाई, 1969 को चंद्रमा पर कदम रखने वाले पहले इंसान बने थे। बता दें कि इस मिशन पर नील आर्मस्ट्रॉन्ग के साथ बज एल्ड्रिन भी गए थे। दोनों ने साल 1969 से 1972 के बीच इस मिशन के दौरान चांद पर 382 किलोग्राम मिट्टी और कुछ पत्थर एकत्रित किए और उन्हें पृथ्वी पर ले आए, जिनसे हमें ब्रह्मांड को समझने में काफी मदद मिली।
मिशन अपोलो 11 को सफल बनाने में एक किताब 'द लूनर मॉड्यूल टाइमलाइन बुक' का महत्वपूर्ण योगदान रहा था। इसे अंतरिक्ष यात्री अपने साथ लेकर गए थे और इसके जरिये उन्हें चांद के सतह और रास्ते से जुड़ी हर एक जानकरी मिलती थी। बता दें कि अगले हफ्ते इस किताब को नीलाम करने का फैसला किया गया है। इस किताब में विभिन्न अंतरिक्ष यात्रियों ने चांद से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां के बारे में बताया है। इसके अलावा इस किताब में किसी दूसरी दुनिया में लिखे जाने वाला पहला शब्द भी उपलब्ध है, जिसे बज एल्ड्रिन ने चांद पर उतरते ही लिखा था। इस दिन किया जायेगा नीलामइस ऐतिहासिक किताब को 'क्रिस्टी' नाम की एक कंपनी द्वारा 18 जुलाई को नीलाम किया जाएगा। बताया जा रहा है कि इस किताब की शुरुआती बोली 48-61 करोड़ रुपये (7-9 मिलियन डॉलर) के बीच लगाई जायेगी।