समाजसेवी अन्‍ना हजारे आगामी 23 फरवरी से दिल्‍ली के जंतर-मंतर पर केंद्र सरकार के विरोध में दो दिवसीय प्रदर्शन शुरू करने जा रहे हैं. अन्‍ना यह प्रदर्शन केंद्र सरकार के जमीन अधिग्रहण बिल के खि‍लाफ करेंगे.


फिर शुरू होगा अन्ना आंदोलनदिल्ली में आगामी 23 फरवरी से एक बार फिर समाजसेवी केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन करने जा रहे हैं. अन्ना ने मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए दिल्ली के जंतर-मंतर पर नए सिरे से आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया है. उल्लेखनीय है कि अन्ना केंद्र सरकार द्वारा जमीन अधिग्रहण पर लाए गए ऑर्डिनेंस के खिलाफ हैं और इसका विरोध करने के लिए वह जंतर-मंतर पर दो दिनों तक प्रदर्शन करेंगे. इस प्रदर्शन को किसान आंदोलनों से जुड़े कई संगठन और मेधा पाटकर जैसे समाजसेवियों का समर्थन प्राप्त है. किसान संगठनों के भाग लेने की उम्मीद


अन्ना हजारे की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 23 फरवरी से शुरू होने वाला दो दिवसीय प्रदर्शन नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से भूमि अधिग्रहण कानून में किए गए किसान विरोधी संशोधनों के खिलाफ होगा. इसमें देशभर के किसान संगठन हिस्सा लेंगे.’’ इस आंदोलन में मेधा पाटकर के भी हिस्सा लेने की उम्मीद है.’’ इसके तहत हजारे 23 फरवरी को दिल्ली पहुचेंगे और पलवल में जाकर किसान आंदोलन में हिस्सा लेंगे. आप ने किया अन्ना का समर्थन

अन्ना हजारे के आगामी प्रदर्शन के सपोर्ट में दिल्ली की नवनिर्वाचित सरकार भी उतर आई है. आप नेता कुमार विश्वास ने कहा, 'हम अन्नाजी के संघर्ष का समर्थन करेंगे. हम उनका सम्मान करते हैं. हम उनके रूख का समर्थन करते हैं और उनका आदेश हमारे लिए निर्देश है. यद्यपि उनका संघर्ष राजनीतिक पार्टियों से अलग है. इसके बावजूद मैं उनसे समय मांगूंगा और यदि वह मुझे समय देते हैं तो मैं उनसे निश्चित तौर पर मुलाकात करूंगा. मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि वह इस संघर्ष का समर्थन करें.’’

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Posted By: Prabha Punj Mishra