अमरीका में भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े की गिरफ़्तारी और उनके साथ कथित दुर्व्यवहार के मुद्दे की गूंज बुधवार को राज्यसभा में सुनाई दी और सभी पार्टियों ने एक सुर में इसकी निंदा की.


विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा है कि देवयानी खोबरागड़े की सकुशल वापसी और गरिमा बहाल करना उनकी जिम्मेदारी है.देवयानी को अपनी नौकरानी के वीज़ा के लिए फ़र्ज़ी दस्तावेज़ देने के आरोप में हथकड़ी लगाकर गिरफ़्तार किया गया और निर्वस्त्र कर उनकी तलाशी ली गई.भारत ने इस मुद्दे पर कड़ा विरोध जताया है जबकि अमरीका का कहना है कि इस मामले में नियमों को मुताबिक ही कार्रवाई हुई है.'एक सुर में बोलिए'वहीं द्रमुक की कनिमोडी ने इस घटना की आलोचना करते हुए तमिल मछुआरों के श्रीलंका में हो रही गिरफ़्तारी का मुद्दा उठाया.बीजू जनता दल के शशिभूषण बेहरा ने इस घटना को दुखद बताते हुए कहा कि इससे देश अपमानित महसूस कर रहा है.


उन्होंने कहा, "इसके लिए अमरीका को भारत से माफी मांगनी चाहिए." उन्होंने कहा कि सरकार को इस मामले में द्विपक्षीय रिश्तों को प्रभावित किए बिना कार्रवाई करनी चाहिए.चर्चा को आगे बढ़ाते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के तारिक अनवर ने कहा कि वे एक केंद्रीय मंत्री के साथ नवंबर 2003 में अमरीका गए थे, उस समय भी सबके कपड़े उतारकर तलाशी ली गई थी. इस संबंध में जब उन्होंने भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों से कहा तो उन्होंने कुछ कर पाने में असमर्थता जताई.

इस चर्चा में शिवसेना के संजय राउत के अलावा शिरोमणी अकाली दल के नरेश गुजराल, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रेमचंद्र गुप्ता, लोजपा के रामविलास पासवान और कुछ अन्य सदस्यों ने भाग लिया.

Posted By: Subhesh Sharma