Android 5.0 Lollipop review : लुक है शानदार, लेकिन यूजर्स को नहीं आया पसंद
स्मार्ट लुक
मार्केट में Lollipop के अपडेशन को लेकर लोगों में काफी एक्साइटमेंट देखा गया है. गूगल ने अपने इस लेटेस्ट ओएस को यूजर्स की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया है. अब अगर इस ओएस के लुक की बात करें तो यह काफी अट्रैक्टिव लग रहा है. नोटिफिकेशन बहुत ही क्लीन है. इसके अलावा कलर्स में यह बेहद ही इंट्रेस्टिंग है, वहीं कॉन्टैक्ट सेक्शन को देखा जाये तो इसका लुक बहुत ही शानदार है. हालांकि इसका नया कीपैड (व्हॉइट) कुछ ज्यादा ही क्लीयर और बेटर दिख रहा है.
स्टार्टिंग में अटक जाता है
कंपनी ने Lollipop ओएस लॉन्च तो कर दिया है, लेकिन इसमें कुछ खामियां भी हैं. Lollipop अपडेशन के बाद जब आप अपने फोन को स्टार्ट करते हैं, तो यह अटक जाता है और यह एक बार नहीं बल्कि बार-बार होता रहता है. हालांकि इस प्रॉब्लम्स के सॉल्यूशन के लिये हार्ड रिसेट का ऑप्शन है. जिसमें कि आपको पॉवर बटन और डाउन वॉल्यूम बटन को एक साथ कुछ सेकेंड्स के लिये होल्ड करना पड़ता है. फिलहाल यह ऑप्शन आपके स्मार्टफोन के लिये बेहतर साबित नहीं हो सकता, इससे कुछ साइड इफेक्ट्स पड़ सकते हैं. अब ऐसे में गूगल के लिये इस प्रॉब्लम्स का परफेक्ट साल्यूशन ढ़ूंढ़ना ही होगा.
कैमरा परफार्मेंस
Lollipop अपडेशन के बाद आपके फोन का कैमरा अनयूजेबल हो जायेगा. इसके तहत आप जब किसी फोटो को खींचते हैं, तो यह जरूरी नहीं है कि वह इसमें सेव ही होगी. आपका फोल्डर कभी भी क्रैश हो सकता है. अब यदि आप किसी स्पेशल मूमेंट को लेकर फोटो खींचने की तैयारी कर रहे हैं, तो आपको थोड़ा निराश होना पड़ सकता है. इसके साथ ही यह प्रॉब्लम्स भी पहले की तरह ही काफी चिंताजनक है. एके रिपोर्ट के मुताबिक, 'लैगिंग और क्रैशिंग' इस नये ओएस कह सबसे बड़ी समस्या है.
कनेक्टिविटी में हुआ फेल
अब अगर कनेक्टिविटी और नेटवर्क इश्यू पर बात करें, तो इसमें भी आपको निराशा ही मिलेगी. कनेक्टिविटी में यह Lollipop ओएस आपको काफी इरिटेटिंग कर सकता है. इसमें सबसे बड़ी समस्या यह है कि आपके नेटवर्क कटने पर भी यह कनेक्शन का मार्क शो करेगा, अब ऐसे में आप नेटवर्क कनेक्शन को लेकर काफी कंफ्यूज रह सकते हैं. इसके अलावा आपको इस समस्या का सामना एक-दो बार नहीं बल्कि दिन में कई बार करना पड़ेगा.
की-बोर्ड टाइपिंग में आई परेशानी
एंड्रायड के इस लेटेस्ट ओएस Lollipop में की-बोर्ड से संबंधित कई दिक्कतें आ रही हैं. की-बोर्ड का स्पेस बॉर काम करना बंद कर देता है. जिसकी वजह से आपको टाइपिंग में काफी दिक्कत महसूस हो सकती है. हालांकि आप भले ही टाइपिंग कांटेस्ट में न बैठे हों, लेकिन यह आपको काफी इरिटेटिंग कर देता है. अब ऐसे में गूगल से सिर्फ एक सवाल किया जा सकता है कि, कंपनी ने अपने इस लेटेस्ट ओएस को रिलीज करने में इतनी जल्दी क्यों दिखाई. इसके चलते ज्यादातर नेक्सस यूजर्स ने कंप्लेन की हैं. नये ओएस में आई इस तरह की गड़बडि़यों को देखते हुये कुछ टेक एक्सपर्ट ने किटकैट में वापस लौटने की सलाह दी है. उनका कहना है कि जब तक कंपनी इन समस्याओं का सॉल्यूशन नहीं निकालती, तब तक किटकैट यूज करना ज्यादा अच्छा है.
Courtesy : Tech2