अमृता सेंटर फॉर नैनोसाइंस कोन्चि वायोलॉजी स्ट्रीम में -2 स्टूडेंट्स के लिए एक रिफ्रेशर कोर्स का आयोजन कर रहा है। इस सेशन में इंडस्ट्री और एकेडमिक्स में रिसर्च के अनुभव वाले प्रख्यात प्रोफेसर्स द्वारा क्वालिटेटिव व्याख्यान शामिल होंगे।


कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। अमृता सेंटर फॉर नैनोसाइंस कोन्चि वायोलॉजी स्ट्रीम में -2 स्टूडेंट्स के लिए एक रिफ्रेशर कोर्स का आयोजन कर रहा है। इस सेशन में इंडस्ट्री और एकेडमिक्स में रिसर्च के अनुभव वाले प्रख्यात प्रोफेसर्स द्वारा क्वालिटेटिव व्याख्यान शामिल होंगे, प्रोफेसरों द्वारा निर्धारित उदाहरण छात्रों को विषयों को समझने के साथ ही उन्हें रियल लाइफ एप्लीकेशंस के साथ रिलेट करने में मदद करेंगे। यह उन्हें अपकमिंग बोर्ड एग्जाम्स को फेस करने में मदद करेगा।

नैनो टेक्नोलॉजी में विकास
अमृता सेंटर फॉर नैनोसाइंस एंड मॉलिक्यूलर मेडिसिन की स्थापना 2006 की शुरुआत में हुई थी। इसका मुख्य उद्देश्य नैनोटेक्नोलॉजी में अत्याधुनिक ट्रांसलेशनल रिसर्च प्रोग्राम विकसित करने पर विशेष ध्यान देना और आणविक चिकित्सा है। कोच्चि में विशाल अमृता हेल्थकेयर परिसर के भीतर स्थित सीएनएसएमम भारत का पहला नैनो-बायो सेंटर है। यहाँ 10 वर्षों के दौरान 120 करोड़ की रिसर्च फंडिंग हासिल की है। नैनोमेडिसिन, मॉलिक्यूलर मेडिसिन और एनर्जी साइंस के क्षेत्र में अपने योगदान के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बृहद स्तर पर मान्यता भी प्राप्त है।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari