अमिताभ पर लगा करोड़ों की फर्जी कंपनी बनाने का आरोप, लोग बुलाने लगे थे 'गद्दार'
पैराडाइज पेपर लीक मामले में सामने आया अमिताभ का नाम
मेगास्टार अमिताभ बच्चन एक बार फिर मुश्िकल में फंसते नजर आ रहे हैं। पनामा पेपर्स के बाद बिग बी का नाम पैराडाइज पेपर में सामने आया है। पैराडाइज पेपर लीक होने के बाद भारत के कई जानी-मानी हस्तियों के बीच खलबली मच गई है। इस लिस्ट में एक्टर अमिताभ बच्चन से लेकर जयंत सिन्हा जैसे बड़े-बड़े नेताओं के नाम भी शामिल हैं। पैराडाइज पेपर में कहा गया है कि, साल 2000-2002 के बीच काला धन सेट कराने वाली फर्मों की मदद से बरमूडा नाम की एक फर्जी मीडिया कंपनी बनाई गई जिसके शेयरहोल्डर अमिताभ बच्चन बने थे। बिग बी का साथ दिश सिलिकॉन वैली के वेंचर और नवीन चड्ढा ने जो इस कंपनी में उनके पार्टनर बने। लीक हुए पेपर के मुताबिक, 2000 में ये कंपनी खुली और 2005 में बंद हो गई। इस कंपनी को बंद करने से पहले इसे दिवालिया घोषित कर दिया गया था।
मुझे नहीं चाहिए प्रसिद्धी
अमिताभ बच्चन ने आगे कहा कि 75 साल की उम्र में वह प्रसिद्धि से मुक्ति और शांति चाहते हैं। बच्चन के अनुसार, इसी ख्याति के कारण उन पर बोफोर्स घोटाले, पनामा पेपर्स और हाल में अपनी संपत्ति पर अवैध निर्माण के आरोप लगे। उन्होंने रविवार को अपने ब्लॉग पर एक पोस्ट में कहा, 'इस उम्र में अब मैं शोहरत से मुक्ति और शांति चाहता हूं। अपने जीवन के आखिरी कुछ वर्षों में मैं अपने साथ रहना चाहता हूं। मुझे उपाधि नहीं चाहिए। मैं उससे घृणा करता हूं। मैं सुर्खियों की तलाश नहीं करता। मैं उसके लायक नहीं हूं। मैं प्रशंसा नहीं चाहता। मैं उसके योग्य नहीं हूं।' उन्होंने बोफोर्स घोटाले पर लिखा कि कई वर्षो तक यह उन्हें परेशान करता रहा। उन्हें गद्दार कहा गया और अपमानित किया गया। इस घोटाले से उनका नाम हटने में 25 साल लग गए।