E-books were priced dearly in the early days but that is not the case anymore. Sure there are other e-book readers in the market but it’s the overall ecosystem of ‘Amazon’ that brings people back to the ‘Kindle’. Now we have the second generation ‘Amazon Kindle Paperwhite 3G’ among us this year. So is it a completely new device or are the changes merely cosmetic? Let’s find out...


Build and designदिखने में फस्र्ट जेनरेशन किंडल पेपरव्हाइट और पेपरव्हाइट 3जी एक जैसे लगते हैं. विजुअली, जो सबसे बड़ा डिफरेंस आपको देखने को मिलेगा वह यह है कि इस बार फ्रंट पर आपको किंडल की जगह अमेजन की ब्रांडिंग नजर आएगी. इसका वेट 206 ग्राम है जबकि पुराना किंडल पेपरव्हाइट 222 ग्राम का था. डाएमेंशंस के मामले में भी यह बेहतर है, इसमें 6 इंच की कैपेसिटिव टचस्क्रीन लगी हुई है जो इसके पहले वर्जन में भी यूज की गई थी.


इसकी रियर बॉडी में रबर की फिनिशिंग दी गई है जो इसे बेहतर ग्रिप देने में हेल्प करती है. इसका पावर/स्टैंडबाई बटन नीचे दिए गए यूएसबी चार्जिंग पोर्ट के पास लगा है और इसके एड्जेस भी क्लीन हैं. पेपरव्हाइट को इसके कवर से निकालने में आपको थोड़े पेशेंस की जरूरत पड़ेगी. कवर का टेक्सचर काफी अच्छा है. इसमें ग्रे कलर का मैग्नेटिक फ्लैप भी दिया गया है.  

Features

नए और पुराने किंडल के ज्यादातर फीचर्स भी एक जैसे हैं. दोनों की पिक्सल डेंसिटी 212 पीपीआई है और दोनों में 2जीबी की ऑनबोर्ड स्टोरेज दी गई है. यूजर्स इसमें से 1.25 जीबी मेमोरी यूज कर सकते हैं. इसमें 1,100 ई-बुक्स स्टोर की जा सकती हैं. ‘गुडरीड्स’ ऐसा ही एक ऑप्शन है जो रीडिंग एक्सपीरियंस को बेहतर बनाता है. आप सोशल नेटवक्र्स पर बुक्स को रेट कर सकते हैं, उनपर कमेंट कर सकते हैं, बुक्स के पैसेज शेयर कर सकते हैं. इसका नेविगेशन भी काफी सिंपल हैं. इसका होम बटन आपको सीधा होम स्क्रीन पर ले ‘एक्स-रे’ फीचर के जरिए आप बुक के किसी पर्टिकुलर कैरेक्टर, प्लेस या एरिया को सर्च कर सकते हैं. ‘वोकैबुलरी बिल्डर’ भी एक नया और बेहतर एडीशन है जो आपकी वोकैबुलरी इम्प्रूव करने में काफी हेल्प करेगा. पुराने किंडल पेपरव्हाइट की ही तरह आप इसपर भी पैसेजेस को हाइलाइट कर सकते हैं और उसे फेसबुक या ट्विटर पर शेयर कर सकते हैं. आप इसमें पैसेज और वड्र्स को 16 लैंग्वेजेस में ट्रांसलेट कर सकते हैं, जिसमें हिंदी भी शामिल है. Performance
स्पीड के मामले में नया पेपरव्हाइट पुराने से बेहतर है. पेज फ्लिप करते वक्त हो सकता है कि आपको इसका अंदाजा न हो पर मेन मेन्यू से बुक में जाते वक्त आपको इसकी तेज स्पीड का एहसास जरूर होगा. आप इसे चाहे ब्राइट सनलाइट में यूज करें या फिर अच्छी रोशनी वाले रूम में या फिर किसी अंधेरे रूम में, आपको किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी. इस मॉडल का सबसे बढिय़ा एडीशन है इसमें ऑडियोबुक्स के लिए दिया गया हेडफोन जैक. इसकी स्क्रीन का टच रिस्पांस भी काफी बढिय़ा है. हालांकि, ऑनस्क्रीन कीबोर्ड पर आपको थोड़ी प्रॉŽलम्स फेस करनी पड़ सकती हैं. कनेक्टिविटी के लिए इसमें आपको वाई-फाई और 3जी का ऑप्शन मिलता है. कंपनी का कहना है कि एक बार पूरी तरह से चार्ज कर लेने पर इसकी बैट्री करीब 8 हफ्तों तक चल सकती है, जाहिर सी बात है कि इसमें कुछ ‘टम्र्स एंड कंडीशंस’ भी होंगी. वैसे हमारे टेस्ट के दौरान, काफी यूज किए जाने के बाद भी इसकी बैट्री करीब 3 हफ्तों तक टिकी रही, जो काफी बेहतर है. Verdictजहां एक तरफ किंडल पेपरव्हाइट का वाई-फाई वर्जन Rs.10,999  में आता है वहीं इसके 3जी वर्जन की कीमत Rs.13,999 रखी गई है. हो सकता है कि कुछ लोगों को यह ज्यादा लगे क्योंकि मार्केट में इससेकम रेंज में कई ऑप्शंस अवेलेबल हैं पर पेपरव्हाइट 3जी में एड किए गए नए फीचर्स इसे यूनीक बनाते हैं. अगर आप उन लोगों में से हैं जो काफी ट्रैवल करते हैं या पढऩे का शौक रखते हैं तो यह प्रॉडक्ट आपके लिए ही है. इसके लेदर कवर के लिए आपको Rs.2,399 एक्स्ट्रा खर्च करने पड़ सकते हैं.

Posted By: Surabhi Yadav