A4 पेपर यूज तो रोज करते हैं, पर A सीरीज के हर कागज की चौंकाने वाली कहानी सुनी है कभी?
A4 सीरीज के बारे में बात करने से पहले जरा कागज की मॉडर्न दुनिया के बारे में बेसिक बातें जान लें, तो आगे की कहानी मजेदार लगेगी। दुनिया भर में ऑफिशियल और घरेलू स्तर पर प्रिंटिंग के लिए स्टैंडर्ड साइज वाले ऐसे कागजों की शुरुआत बीसवीं शताब्दी में हुई और धीरे-धीरे यह स्टैंडर्ड साइज पूरी दुनिया के लिए ही एक ग्लोबल स्टैंडर्ड के रूप में फेमस हो गई। वर्ल्ड में ISO 216 नाम का इंटरनेशनल पेपर स्टैंडर्ड फॉलो किया जाता है। यह पेपर स्टैंडर्ड जर्मनी के DIN 476 स्टैंडर्ड पर आधारित है। दुनिया भर में ISO 216 स्टैंडर्ड पर बने कागजों में A, B और C सीरीज वाली पेपर शीट ही सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाती हैं। इनमें भी A सीरीज सबसे ज्यादा पॉपुलर है। ए सीरीज के कागजों में A0 से लेकर A8 तक आकार वाले कागज बनाए जाते हैं। वैसे ज्यादातर देशों में A4, A3 और A2 साइज वाली पेपर शीट ही सबसे ज्यादा यूज होती हैं। A1 और A0 साइज वाले कागज तो बहुत रेयर ही इस्तेमाल में आते हैं।
हर एक कागज का अनुपात कैसे होता है एक बराबर
A सीरीज का हर एक कागज अनुपात के मामले में एक जैसा होता है लेकिन ये होता कैसे है? चलिए समझते हैं। A सीरीज के सबसे बड़े आकार के कागज यानी A0 शीट का साइज होता है 46.8 इंच लंबाई और 33.1 चौड़ाई। मिलीमीटर में इसका साइज है 841MM चौंड़ाई और 1189MM और इस कागज का एरिया यानी कि क्षेत्रफल होता है 1 स्क्वायर मीटर। अब अगर आप 1189 को 841 से विभाजित करें तो आपको रिजल्ट में 1.414। यही आंकड़ा A सीरीज के हर एक कागज का फिक्स अनुपात है। कान में मोबाइल या इयरफोन नहीं, सिर्फ उंगली लगाकर होगी कॉलिंग, ये है तरीका कागजों का कॉमन अनुपात से हमारा काम बनता है आसानAसाइज पेपर सीरीज में कागजों की लंबाई और चौड़ाई का अनुपात एक बराबर रखने में काफी मैथमेटिकल कैलकुलेशन है लेकिन यह हमारा काम बहुत आसान बनाता है। अगर पेपर्स का अनुपात एक जैसा ना हो तो किसी भी बड़े आकार के कागज पर छपे या लिखे हुए मैटर को उसके आधे आकार के कागज पर लाने के लिए बहुत ज्यादा जद्दोजहद करनी पड़ेगा। एक जैसा अनुपात होने के कारण फोटो एडिटिंग या फोटो कॉपी करने वाला कोई भी व्यक्ति उस टेक्स्ट मैटर या फोटो को आसानी से छोटा या बड़ा कर सकता है।