देश के चर्चि‍त हैदराबाद मक्का मस्जिद व‍िस्‍फोट मामले में आज विशेष राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए की स्‍पेशल कोर्ट का फैसला आया है। इस मामले में 11 साल बाद 5 अभियुक्तों को बरी कर द‍िया गया है। यहां पढ़ें 18 मई 2007 की इस पूरी घटना के बारे में...


धमाके में 9 लोग मारे गए और करीब 50 से अधिक हुए थे घायलहैदराबाद (आईएएनएस)। हैदराबाद में 18 मई, 2007 को मक्का मस्जिद में शुक्रवार की नमाज हो रही थी, तभी अचानक से एक बड़ा धमाका हुआ। चार मीनार इलाके के पास स्थित मस्जिद में धमाके में 9 लोग मारे गए और करीब 50 से अधिक लोग घायल हुए थे। बतादें कि मस्जिद में हुए धमाके के बाद पुलिस ने दो एक्टिव IED बम भी बरामद किया था। हालांकि उन्हें तुरंत निष्क्रिय कर दिया था। ऐसे में इस घटना के बाद हैदराबाद में हालात काफी खराब हो गए थे। धमाके के बाद  मस्जिद के बाहर लोगों की भारी भीड़ जुट गई थी। पुलिस ने जब भीड़ हटाने के लिए गोलीबारी की तो इसमें पांच अन्य लोग मारे गए थे। अभियुक्तों के खिलाफ लगाए गए आरोपों में से कोई भी साबित नहीं हुआ
इस धमाके में हिंदू राइट विंग के सदस्य असीमानंद, देवेंद्र गुप्ता, लोकेश शर्मा, भरतभाई और राजेंद्र चौधरी पर आरोप लगे थे। स्थानीय पुलिस की जांच के अलावा इस मामले की जांच विशेष राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा भी की गई। ऐसे में आज विशेष राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की स्पेशल कोर्ट ने कहा है कि इस मामले में अभियुक्तों के खिलाफ लगाए गए आरोपों में से कोई भी साबित नहीं हुआ है। वहीं एनआईए की स्पेशल कोर्ट के फैसले के बाद एक आरोपी के वकील नेमपल्ली अदालत परिसर के बाहर संवाददाताओं से रूबरू हुए। उन्होंने बताया कि अदालत ने कहा कि अभियोजन आरोपों को साबित करने में विफल रहा है।

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Posted By: Shweta Mishra