आलोक नाथ को रिप्लेस करने का डिसीजन सिर्फ मेरा नहीं हो सकता था : अजय देवगन
feature@inext.co.inKANPUR : बीते दिनों अजय देवगन की अपकमिंग फिल्म दे दे प्यार दे का ट्रेलर रिलीज हुआ था जिसमें आलोक नाथ भी नजर आए। एक तरफ जहां इंडस्ट्री के लोग मीटू मूवमेंट के तहत उन लोगों के साथ काम नहीं कर रहे हैं जिन पर यौन शोषण के आरोप हैं, वहां अजय के साथ आलोक का दिखना किसी को फूटी आंख नहीं भाया। इस पर एक्ट्रेस तनुश्री दत्ता और विंता नंदा ने अजय देवगन को अलोक नाथ के साथ काम करने के चलते इनसेंसिटिव बताया था। दोनों ने अजय को लेकर कहा था कि उनके लिए इंसानियत नहीं बल्कि सिर्फ बॉक्स-ऑफिस नंबर्स और प्रॉफिट मायने रखता है। विंता वही हैं जिन्होंने आलोक नाथ पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। लेकिन मिड डे के साथ एक्सक्लूसिव इंटरैक्शन में अजय ने अपना कंसर्न भी जाहिर किया है।देवगन का स्टटेमेंट
मी टू मूवमेंट को लेकर अजय ने कहा, 'जब मी टू मूवमेंट हुआ था तब मैंने अपने कई कलीग्स के साथ ये कहा था कि हम अपने वर्क प्लेस पर काम करने वाली हर महिला की रिस्पेक्ट करते हैं और अगर उनके खिलाफ कुछ गलत होता है तो हम उन महिलाओं के साथ खड़े रहेंगे। मैं अभी भी अपना बात पर कायम हूं। इस फिल्म की शूटिंग पिछले साल सितंबर में ही खत्म हो गई थी क्योंकि इसे अक्टूबर 2018 में रिलीज होना था। आलोक नाथ के साथ जो व्यक्ति हैं वो अगस्त तक शूट हो चुके थे। जब यौन शोषण के आरोप सामने आए थे, तब तक हम और बाकी एक्टर्स फिल्म पर काम शुरू कर चुके थे। ये मुमकिन नहीं था कि हम फिर से शूटिंग की डेट्स को शेड्यूल करें और आलोक नाथ को रिप्लेस करते हुए किसी और एक्टर के साथ फिर से उसी कॉम्बिनेशन में काम करें। ऐसा करने पर प्रोड्यूसर्स को भी बड़ा नुकसान होता।'मीटू आरोपी आलोक नाथ को फिर से संस्कारी अवतार में देख भड़के लोग, इस फिल्म में बने हैं अजय के पिता'अब इंडस्ट्री में लंबे समय तक टिकती हैं एक्ट्रेस, शादी के बाद भी कर रहीं काम' : अजय देवगनफिल्म किसी एक की नहीं होती
अजय देवगन ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, 'फिल्म किसी एक एक्टर से नहीं बनती। ये सभी के कोलैबोरेशनसे बनती है। मिस्टर आलोक नाथ को रिप्लेस करने का डिसीजन अकेले मेरा नहीं हो सकता था। मुझे पूरी यूनिक के डिसीजन के साथ जाना पड़ता। और मैं याद दिला दूं कि मैं बजट को डबल करते हुए सभी एक्टर्स को एक साथ फिर से 40 दिनों के शेड्यूल के लिए इकट्ठा नहीं कर सकता था। ये मेरा नहीं बल्कि फिल्ममेकर्स का फैसला होता। ऐसी सिचुएशन ही नहीं थी कि मैं इसमें कुछ चेंज कर पाता। जब सिचुएशन ही ऐसी नहीं थी तो मुझे ये समझ ही नहीं आता कि सिर्फ मुझे अकेले इस बात के लिए जिम्मेदार क्यों ठहराया जा रहा है। ये गलत है।'