दिल्ली की आबो हवा में जहरीले स्तर पर घुली धूल, यूपी में आंधी-तूफान से 7 की मौत
सात लोगों की मौत और 21 घायल हो गए
नई दिल्ली / लखनऊ (पीटीआई)। उत्तर प्रदेश में कल आए आंधी-तूफान को लेकर एक अधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि अब तक सात लोगों की मौत और 21 घायल हो गए हैं। इसमें गोंडा और सीतापुर में छह लोगों की और फैजाबाद में एक व्यक्ति की मौत हुई है। वहीं फैजाबाद में 11 और सीतापुर में 10 लोग घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुख जताते हुए जिला मजिस्ट्रेटों को आदेश दिया है कि घायलों को उचित उपचार दिया जाए। इसके अलावा मृतकों के परिजनों को मदद राशि देने का भी ऐलान किया है।
दिल्लीवासियों सांस लेने में परेशानी हो रही
वहीं देश की राजधानी दिल्ली का बुरा हाल है। यहां धूल भरी आंधी की वजह से दिल्ली में लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। सांस के मरीजों के लिए यह स्थिति बेहद खराब है। ऐसे में यहां धूल की स्थिति 3-4 दिनों तक ऐसी होने से लोगों को एडवाइजरी जारी की गई है कि वे लंबे समय से घर से बाहर रहने से बचें। मौसम विभाग के मुताबिक, आज दिल्ली में 35 किलोमीटर प्रति घंटे के हिसाब से हवा की गति की भविष्यवाणी की गई है। बता दें कि पिछले दो दिनों से धूल वाली इन हवाओं की वजह से दिल्ली-एनसीआर में धुंध बनी हैं।
वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत ज्यादा हो गया
इस संबंध में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने कहा कि पश्चिम भारत, विशेष रूप से राजस्थान में धूल के तूफानों की वजह से हवा की गुणवत्ता खराब हो गई है। इसकी वजह से ही हवा में धूल के बड़े कणों का इजाफा हुआ है। सीपीसीबी के आंकड़े के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर इलाके में पीएम 10 (10 मिमी से कम व्यास वाले कण) का स्तर 796 है। वहीं दिल्ली में यह 830 है। यह बेहद गंभीर स्थिति है। सीपीसीबी के अनुसार , राजधानी में कई जगहों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत ज्यादा हो गया है। यह खतरनाक स्थिति है।
अगले तीन दिनों में धूल की स्थिति बिगड़ेगी
आकंड़ोें के मुताबिक कुछ इलाकों में सह 500 के निशान से पार हो गया है। पूर्वी दिल्ली के आनंद विहार इलाके में सुबह के समय पीएम 10 का स्तर 929 और पीएम 2.5 का स्तर 301 मापा गया हैं। बतादें कि वायु गुणवत्ता सूचकांक को 0 से 50 के बीच के अच्छा, 51-100 के बीच को संतोषजनक, 101-200 के बीच को मध्यम, 201-300 को खराब, 301-400 को बहुत खराब और 401-500 खतरनाक होता है। वहीं पर्यावरण मंत्रालय का कहना है कि अगले तीन दिनों में धूल की स्थिति और ज्यादा प्रबल होने की संभावना है।
कम से कम बाहर निकलने की करें कोशिश
ऐसे में दिल्ली में निर्माण एजेंसियों, नगर निगम और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति को पानी के छिड़काव के लिए अलर्ट कर दिया गया है। उन्हें कहा गया है कि आने वाले दिनों में स्थितियां और ज्यादा गंभीर होंगी। इसलिए वे लगातार पानी का छिड़काव करते रहें जिससे कि धूल को उड़ने से रोका जा सके। इसके साथ ही दिल्ली के लोगों को भी सलाह दी गई है कि अधिक समय तक बाहर निकलने से बचने का प्रयास करें। वहीं अगर जिन लोगों का लंबे समय बाहर रहना जरूरी है तो वे बाहर निकलें तो मुंह को ढककर निकलने का प्रयास करें।