Telangana Assembly Elections 2023 : तेलंगाना विधानसभा चुनाव से पहले एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ओपेन चैलेंज किया है। ओवैसी ने राहुल गांधी को आगामी चुनाव वायनाड से नहीं बल्कि हैदराबाद से लड़ने की चुनौती दी।

हैदराबाद (एएनआई)। Telangana Vidhan Sabha 2023 : तेलंगाना में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में यहं चुनाव से पहले, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) और कांग्रेस राज्य में आमने-सामने हैं क्योंकि दोनों पार्टियां टाॅप पोजीशन पर पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं। इस बीच एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आगामी चुनाव वायनाड से नहीं बल्कि हैदराबाद से लड़ने की चुनौती दी। अपने संसदीय क्षेत्र हैदराबाद में सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए, एआईएमआईएम सांसद ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला और कहा कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बाबरी मस्जिद को सबसे पुरानी पार्टी के शासन में ध्वस्त कर दिया गया था।


मैदान में आओ और मेरे खिलाफ लड़ो
ओवैसी ने कहा, मैं आपके नेता (राहुल गांधी) को वायनाड से नहीं बल्कि हैदराबाद से चुनाव लड़ने की चुनौती दे रहा हूं। आप बड़े-बड़े बयान देते रहो, मैदान में आओ और मेरे खिलाफ लड़ो। कांग्रेस के लोग बहुत कुछ कहेंगे, लेकिन मैं तैयार हूं। बाबरी मस्जिद और सचिवालय की मस्जिद को कांग्रेस शासन के तहत ध्वस्त कर दिया गया था। ओवैसी की यह टिप्पणी राहुल गांधी के इस दावे के बाद आई है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और एआईएमआईएम तेलंगाना में सहयोग कर रहे हैं और उनकी पार्टी इस तिकड़ी के खिलाफ लड़ रही है।

बीआरएस, बीजेपी और एआईएमआईएम के साथ
इस महीने की शुरुआत में उन्होंने तेलंगाना के तुक्कुगुडा में विजयाभेरी सभा में यह बयान दिया था। राहुल गांधी ने कहा था, तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी बीआरएस के खिलाफ नहीं बल्कि बीआरएस, बीजेपी और एआईएमआईएम के साथ मिलकर लड़ रही है। वे खुद को अलग-अलग पार्टियां कहते हैं लेकिन एकजुट होकर काम कर रहे हैं। वायनाड सांसद ने यह भी दावा किया था कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव या एआईएमआईएम प्रमुख के खिलाफ कोई सीबीआई-ईडी मामले नहीं हैं क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें अपने अपने लोगमानते हैं।


सभी राजनीतिक दल कोई कसर नहीं छोड़ रहे
तेलंगाना विधानसभा चुनाव में विजयी होने के लिए मैदान में उतरे सभी राजनीतिक दल कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। सत्तारूढ़ बीआरएस ने पहले ही अपने उम्मीदवारों की सूची की घोषणा कर दी है, जबकि कांग्रेस ने अपनी छह गारंटी की घोषणा की है, जिसके बारे में पार्टी का कहना है कि अगर वे सत्ता में आए तो उन्हें पूरा किया जाएगा।

Posted By: Shweta Mishra