अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ एआइएफएफ ने गुरुवार को आइपीएल शैली की लीग को हरी झंडी दिखा दी. उसकी कार्यकारी समिति अपने व्यावसायिक साझेदार आइएमजी रिलायंस के साथ मिलकर अगले साल के शुरू में टूर्नामेंट के आयोजन पर सहमत हो गई है.


भारतीय फुटबॉल को बढ़ाएगा आगेएआइएफएफ अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने कहा, ‘आइएमजी आर ने प्रस्तावित टूर्नामेंट के बारे में विस्तृत प्रस्तुति दी और हमारा मानना है कि वह आइ लीग है जो भारतीय फुटबॉल को आगे बढ़ाएगा, लेकिन यह छोटी अवधि की लीग भारतीय फुटबॉल में बूस्टर डोज का काम करेगी. इस टूर्नामेंट के जरिये हमें भारतीय फुटबॉल को लोकप्रियता दिलाने और इसे अधिकतर लोगों तक पहुंचाने पर ध्यान दे रहे हैं.लीग और टूर्नामेंट चलेंगे साथ-साथआइ लीग और यह टूर्नामेंट साथ साथ चलते रहेंगे.’ पटेल ने कहा कि इस लीग में दुनिया भर के खिलाड़ी भाग लेंगे जिन्हें अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट खेलने का काफी अनुभव है. उन्होंने कहा, ‘उन्होंने अपनी प्रस्तुति दी और वे विश्व कप और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में खेलने वाले खिलाडिय़ों को अनुबंधित करेंगे. यह भारतीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाडिय़ों का संयोजन होगा.’खिलाडि़यों को छोड़ने से इनकार
जब से इस टूर्नामेंट के आयोजन का विचार आया तब से क्लबों ने इस लीग के लिए खिलाडिय़ों को छोडऩे से इन्कार कर दिया, लेकिन पटेल ने कहा कि यह मसला नहीं है. उन्होंने कहा, ‘एआइएफएफ, आइएमजी आर और आइ लीग क्लबों के बीच कोई वास्तविक मसला नहीं है. आइ लीग हमारी पहली प्राथमिकता है और भविष्य में वह नंबर एक रहेगा. हम क्लबों को पेशेवर बनाने के लिए एआइएफएफ क्लब लाइसेंस मापदंड सख्ती से लागू करेंगे और सभी मसले आपसी सहमति से निबटा दिए जाएंगे.पहली बार लीगा का आयोजनमैं इन्हें छोटे-छोटे मसले मानता हूं जो टूर्नामेंट के पहले साल में आ सकते हैं. लीग पहली बार आयोजित की जा रही है और निश्चित तौर पर कुछ मसले उठेंगे जिन्हें निबटाना होगा.’ उन्होंने कहा कि चार उपाध्यक्ष सुब्रत दत्ता, श्रीनिवासन डेम्पो, लार्सिंग मिलिंग सावयान और केएमआइ माथर की समिति क्लबों से बात करेगी. इसमें से दो सदस्य खुद क्लबों के मालिक हैं.

Posted By: Satyendra Kumar Singh