अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद काबुल एयरपोर्ट बंद, दुनिया की कई सरकारें नागरिकों को वहां से निकालने में जुटीं
काठमांडू/मास्को/इस्लामाबाद/बर्लिन (आईएएनएस/एएनआई/एपी/राॅयटर्स)। बिना संघर्ष के तालिबान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल को अपने कब्जे में ले लिया है। इससे घबरा कर नागरिक देश छोड़ने के लिए काबुल एयरपोर्ट की तरफ बेतहाशा भागे। इससे काबुल एयरपोर्ट पर अफरातफरी मच गई जिससे अमेरिकी सैनिकों को गोली चलानी पड़ी। गालीबारी में कुछ नागरिकों की मौत तथा घायल होने की सूचना है। इसके बाद से ही काबुल एयरपोर्ट से व्यवसायिक उड़ानें रद कर दी गई हैं। ऐसे में कई देशों को वहां से अपने नागरिकों को निकालने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
अफगानिस्तान में रूसी राजदूत तालिबान के वरिष्ठ कोऑर्डिनेटर से काबुल में मंगलवार को मुलाकात करेंगे। उनसे मिलकर वे अपने दूतावास के कर्मचारियों तथा वहां रूसी नागरिकों की सुरक्षा को लेकर बातचीत करेंगे। अफगानिस्तान में करीब 100 लोग काबुल के रूसी दूतावास में फिलहाल मौजूद हैं। कुछ नागरिकों को पहले ही वहां से निकाला जा चुका है। ध्यान रहे कि रूस में तालिबान प्रतिबंधित आतंकी संगठन है।
संकटग्रस्त अफगानिस्तान से जर्मन नागरिकों को निकालने के लिए जर्मन की सरकारी एयरलाइन लुफ्तहंसा रास्ता तलाशने में जुटी है। नागरिकों को वहां से निकालने में जर्मन सरकार की मदद की कोशिश में एयरलाइन ने प्रयास तेज कर दिए हैं। सोमवार को अपने बयान में एयरलाइन ने कहा कि वह लगातार सरकार से संपर्क बनाए हुए है।