दारोगा भर्ती के ऑनलाइन एग्जाम का पेपर लीक होने के बाद शासन उन सभी उपायों की खोज में जुट गया है जिससे किसी भी भर्ती वाले परीक्षा को फुल प्रूफ बनाया जा सके. प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में परीक्षा आयोजित करने से पहले सुरक्षा इंतजामों को लेकर गहन मंथन हुआ जिसमें कई सुझाव निकल कर सामने आये.


सुरक्षा इंतेजामों पर मंथन सोमवार को प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में परीक्षा आयोजित करने से पहले सुरक्षा इंतजामों को लेकर गहन मंथन हुआ. बैठक में शामिल डीजीपी सुलतान सिंह के अलावा भर्ती बोर्ड और एसटीएफ के अधिकारी ने भी तमाम अहम सुझाव  दिए. दिसंबर में होगा एग्जाम


दारोगा भर्ती की परीक्षा दिसंबर में आयोजित होनी है. मालूम हो कि जुलाई में परीक्षा का पेपर लीक होने के चलते पूरी भर्ती प्रक्रिया को ही रद्द कर दिया गया था. एसटीएफ की जांच में सामने आया था कि जिस एनएसईआईटी कंपनी को ऑनलाइन एग्जाम की जिम्मेदारी दी गयी थी उसका मुंबई स्थित डाटा सेंटर का सर्वर हैक कर पेपर लीक कर दिया गया. इसके बाद शासन ने परीक्षा कराने वाली कंपनी के सुरक्षा इंतजामों का थर्ड पार्टी वेरीफिकेशन कराने के आदेश जारी किया. जानकारी के मुताबिक जांच में यह भी सामने आया था कि  भर्ती बोर्ड ने बिना जांच-पड़ताल के परीक्षा केंद्र निर्धारित कर दिए थे. एसटीएफ की मदद के बिना परिक्षा संपन्न

बता दें कि कंपनी ने सुरक्षित तरीके से एग्जाम कराने के लिए एसटीएफ की मदद भी नहीं ली थी. इसके अलावा बैठक में एग्जाम के दौरान पेपर लीक करने वाले गिरोहों पर भी नजर रखने के निदेश जारी किये गये हैं. इसके साथ ही मंथन में परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के लिए फोर्स की तैनाती पर भी चर्चा हुई.

Posted By: Mayank Kumar Shukla