प्रयागराज के फाफामऊ झूंसी और नैनी में होगा 72 एमएलडी के तीन एसटीपी का निर्माण। एसटीपी और सीवरेज पंप संचालन की भी जिम्मेदारी अडानी ग्रुप ने उठाई...

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PRAYAGRAJ: केंद्र सरकार के गंगा निर्मलीकरण अभियान से जुड़ते हुए अडानी इंटरप्राइजेज लिमिटेड ने गंगा को स्वच्छ बनाने के लिए कदम बढ़ाया है. इसके लिए अडानी ग्रुप प्रयागराज के साथ ही पूरे प्रदेश में 35000 करोड़ रुपया विभिन्न योजनाओं में इनवेस्ट करने जा रहा है. इसके तहत अडानी ग्रुप प्रयागराज के फाफामऊ, नैनी और झूंसी में एसटीपी का निर्माण कराएगा. जून के लास्ट तक गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई द्वारा अडानी ग्रुप को जमीन अवेलेबल करा दी जाएगी.

15 साल के लिए जिम्मेदारी
एसटीपी संचालन में लापरवाही की वजह से गंगा-यमुना में दूषित जल न पहुंचने पाए इसके लिए सेंट्रल गवर्नमेंट ने शहर के सभी एसटीपी के संचालन का जिम्मा अडानी ग्रुप को सौंप दिया है. अडानी ग्रुप ने 10 एसटीपी और 15 सीवरेज पंपिंग स्टेशन को संचालित करने का जिम्मा संभाल लिया है. अगले पंद्रह साल तक अडानी ग्रुप ही शहर के सभी एसटीपी और एसपीएस को पब्लिक पार्टनरशिप योजना के तहत मेंटेन किया जाएगा.

यहां शुरू कर दिया काम

-अडानी ग्रुप ने राजापुर, नुमायाडीह, कोडरा, सलोरी, पोंगहट और नैनी एसटीपी से जुड़े नालों की सफाई का काम शुरू करा दिया है.

-फाफामऊ, नैनी और झूंसी में 72 एमएलडी का एसटीपी अडानी ग्रुप द्वारा बनाया जाएगा. जिस पर करीब 300 करोड़ का खर्च आएगा.

-40 प्रतिशत केंद्र सरकार द्वारा दिया जाएगा, शेष धनराशि अडानी ग्रुप द्वारा खर्च किया जाएगा.

गंगा में गिर रहे हैं नाले

गंगा-यमुना के किनारे स्थित प्रदेश के अन्य शहरों की तरह प्रयागराज में भी नाला-नालों का पानी नदियों में गिरना मुख्य समस्या बनी हुई है. शहर में आधा दर्जन से अधिक एसटीपी और एक दर्जन से अधिक सीवरेज पंपिंग स्टेशन होने के बाद भी बड़ी मात्रा में नाला-नालों का पानी सीधे गंगा-यमुना में गिर रहा है.

वर्जन-

गंगा-यमुना निर्मलीकरण अभियान में कोई लापरवाही न होने पाए, इसलिए अडानी ग्रुप से एग्रीमेंट हुआ है. एसटीपी निर्माण के लिए जल्द ही जमीन अवेलेबल करा दिया जाएगा, जिसके बाद काम शुरू होगा.

-पीके अग्रवाल

जीएम, गंगा पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड

Posted By: Vijay Pandey