कई साल पहले की बात है. मशहूर अभिनेता देव आनंद के हमशक्ल और उनकी मिमिक्री करने वाले कलाकार किशोर भानुशाली एक फ़िल्म के सेट पर देव आनंद के सामने पहुंच गए.


बिलकुल देव आनंद जैसे गेटअप में, गले में रुमाल बांधकर और  देव आनंद जैसे हाव-भाव बनाते हुए वो उनके सामने जा खड़े हुए.मन में बड़े अरमान थे कि मेरा पसंदीदा कलाकार मेरी अदा से प्रभावित होकर मुझे गले लगा लेगा. लेकिन हुआ इसके ठीक उलट.किशोर भानुशाली को अपनी नकल करते देख देव आनंद ग़ुस्से से आग बबूला हो गए.फिर क्या था, किशोर वहां से सर पर पैर रखकर भागे. उसके बाद वो कभी देव आनंद के सामने नहीं गए.एक पतली सी आवाज़ के साथ, "वॉव" कहकर सैफ़ की आवाज़ निकालने का अंदाज़ ख़ुद सैफ़ अली ख़ान को सख़्त नागवार गुज़रता है.


अपनी आने वाली फ़िल्म  'हमशक्ल्स' के प्रमोशन पर मीडिया से बात करते हुए सैफ़ अली ख़ान ने कहा, "अगर वो बंदा जिसने मेरी इस तरह से नकल करने की शुरुआत की है मुझे मिल जाए तो मैं उसका गला दबा दूंगा."सैफ़ कहते हैं, "वो मेरी मिमिक्री बहुत ख़राब तरीक़े से करता है. मैं कभी इस तरह से नहीं बोलता. उसकी आवाज़ सुनकर कई लोग मुझे फ़ोन करके पूछते थे कि तुम्हारी आवाज़ को क्या हुआ. सच में अगर वो बंदा मेरे सामने आ जाए तो मुश्किल में पड़ जाएगा."कुछ कलाकारों का अच्छा अनुभव      

अनिल कपूर जैसे दिखने वाले और उनकी मिमिक्री करने वाले आरिफ़ का अनिल कपूर से मिलने का ख़ासा अच्छा अनुभव रहा.वैसे सभी मिमिक्री कलाकारों का ऐसा कड़वा अनुभव नहीं रहा है.अनिल कपूर जैसे दिखने वाले और उनके जैसी आवाज़ निकालने वाले हास्य कलाकार आरिफ़ ने बीबीसी से बात करते हुए बताया, "मैंने अनिल कपूर से ना सिर्फ़ मुलाक़ात की बल्कि उनके साथ काम भी किया. मेरा अनुभव तो उनके साथ बड़ा अच्छा रहा. वो मेरे साथ बड़े अच्छे से पेश आए. मेरे लिए तो वो सब कुछ हैं. उन्हीं की नकल करके तो मेरी रोज़ी-रोटी चल रही है."वैसे मशहूर अभिनेता शेखर सुमन ने भी बीबीसी को एक ख़ास बातचीत में बताया था कि वो भी कई राजनेताओं और अभिनेताओं की आवाज़ अपने शो में निकालते रहे.उन्होंने बताया कि पहले राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू यादव उनसे इस बात के लिए ख़फ़ा रहते थे कि वो उनकी नकल करते हैं, लेकिन बाद में जब शेखर और लालू की मुलाक़ात हुई तो लालू का सारा गुस्सा दूर हो गया और उन्होंने शेखर सुमन को अपने घर पर खाने का न्योता भी दिया.

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari