अमेरिकी शोधकर्ताओं कहना है कि उत्तर कोरिया के मुख्य परमाणु स्थल पर गतिविधि का पता चला है। ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि अमेरिका के साथ वार्ता विफल होने के बाद प्योंगयांग रेडियोएक्टिव मटेरियल को बम फ्यूल में बदलने की प्रक्रिया कर रहा है।


सिओल (एएफपी)। उत्तर कोरिया के मुख्य परमाणु स्थल पर गतिविधि का पता चला है, अमेरिका के निगरानी एजेंसी ने बुधवार को कहा कि ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि अमेरिका के साथ वार्ता विफल होने के बाद प्योंगयांग रेडियोएक्टिव मटेरियल को बम फ्यूल में बदलने की प्रक्रिया को फिर से शुरू कर सकता है। सेंटर फॉर स्ट्रेटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज ने कहा कि 12 अप्रैल को सैटेलाइट इमेज में उत्तर कोरिया के योंगब्योन परमाणु स्थल पर यूरेनियम एनरिच्मेंट फैसिलिटी और रेडियोकेमिस्ट्री लेबोरेटरी के पास पांच रेलकार्स देखे गए। वाशिंगटन में निगरानी करने वाले इस संस्था ने कहा कि पिछले दिनों भी यह खास रेलकार्स रेडियोएक्टिव मटेरियल या रिप्रोसेसिंग कैंपेन के लिए गतिविधि करते हुए नजर आये थे। मौजूदा गतिविधि यह साबित करती हैं कि उत्तर कोरिया फिर से अपने हथियार को मजबूती देने में जुटा है।


दक्षिण कोरिया का दावा, उत्तर कोरिया के पास करीब 20-60 परमाणु हथियारनए साल पर किम जोंग की चेतावनी, यदि अमेरिका ने नहीं निभाया अपना वादा तो हम करेंगे मन मुताबिक कामट्रंप और किम एक दूसरे से तीसरी बार मिलने का बना रहे हैं मन

ट्रंप ने गुरुवार को कहा कि वह किम के साथ तीसरे शिखर सम्मेलन का मन बना रहे हैं। इसपर प्रतिक्रिया देते हुए किम ने शुक्रवार को कहा कि अगर अमेरिका सही नजरिए और पारस्परिक रूप से स्वीकार्य शर्तों के साथ तीसरा शिखर सम्मेलन करने की पेशकश रखता है तो हम भी बैठक के लिए तैयार हैं। बता दें कि ट्रंप और किम ने पिछले जून में सिंगापुर में अपना पहला शिखर सम्मेलन आयोजित किया था, जहां इस दोनों ने कोरियाई प्रायद्वीप पर परमाणु नष्ट करने पर सहमति जताई थी। इसके बाद दूसरा शिखर सम्मेलन फरवरी में हनोई में आयोजित किया गया लेकिन बैठक विफल रही क्योंकि दोनों नेता अपनी परेशानियों का हल ढूंढ़ने में असमर्थ रहे। दरअसल, अमेरिका चाहता था कि उत्तर कोरिया तत्काल प्रभाव पर अपने परमाणु हथियारों नष्ट करे लेकिन किम जोंग ने इसके बदले में ट्रंप के सामने प्योंयांग में लगे अमेरिकी प्रतिबंधों को तुरंत हटाने की शर्त रख दी थी। यही कारण रहा कि दोनों नेताओं के बीच किसी मुद्दे पर सहमति नहीं बन पाई।

 

Posted By: Mukul Kumar