चर्चिल से जुड़ी है यह सच्ची घटना, आपको भी दूसरों की मदद के लिए करेगी प्रेरित
एक दिन एक गरीब स्कॉटलैंड निवासी किसान ने निकट के दलदल से किसी की आवाज सुनी जो सहायता के लिए चिल्ला रहा था। किसान ने उसे दलदल मे डूबने से बचा लिया। अगले दिन एक सुंदर कार किसान के साधारण घर के आगे रुकी। सुंदर कपड़े पहने एक रईस उस गाड़ी से बाहर निकले और किसान को अपने से परिचित कराया कि वह उस बच्चे के पिता हैं, जिसे आपने कल दलदल मे डूबने से बचाया था।
रईस व्यक्ति किसान से कहते हैं कि मैं आपको धन्यवाद कहता हूं और आपको कुछ देना चाहता हूं। किसान फ्लेमिंग अपने इस कार्य के लिए कुछ भी लेने से मना कर देता है। उसी समय किसान फ्लेमिंग का बच्चा भी वहां आ जाता है। रईस व्यक्ति किसान से पूछता है कि क्या ये तुम्हारा बच्चा है। किसान हां कहता है। रईस व्यक्ति किसान के साथ एक डील करता है कि मैं इस बच्चे को वही शिक्षा दिलवाऊंगा, जो मेरे बच्चे को मिलती है।
अगर इस बच्चे में अपने पिता की तरह कुछ भी होगा तो इसमें कोई शक नहीं कि यह ऐसा व्यक्ति बनेगा जिस पर हम दोनों को गर्व होगा। किसान ने ये बात स्वीकार कर ली और उस रईस पुरुष ने ऐसा ही किया। किसान के पुत्र ने अच्छे स्कूलों से शिक्षा ग्रहण की और लंदन के मेडिकल कॉलेज से ग्रेजुएट हुए। आगे चलकर उन्होने पेंसिलीन का आविष्कार किया और पूरी दुनिया में सर एलेक्जेंडर फ्लेमिंग के नाम से प्रसिद्ध हुए।
कुछ साल बाद उसी रईस व्यक्ति के बेटे को निमोनिया हो गया। इस बार उसकी जान पेंसिलीन ने बचाई। उस रईस व्यक्ति का नाम था सर रैंडोल्फ चर्चिल और उनके बेटे का नाम था प्रसिद्ध विन्सटन चर्चिल, जो बाद मे जाकर इंग्लैंड के प्रधानमंत्री बने।काम की बात1. हम जब किसी की सहायता करते हैं तो उस व्यक्ति की इच्छा पूरी करने में मदद करते हैं। बदले में हमारी इच्छाओं के पूरा होने के रास्ते भी बन जाते हैं। किसान द्वारा किए कार्य ने उसके बच्चे की अच्छी शिक्षा के रास्ते खोल दिए, जिससे वह पेंसिलीन का आविष्कार कर विश्व प्रसिद्ध हुए।2. हर काम का हमें फल मिलता ही है। इसलिए किसी भी काम को करते वक्त ये मत सोचिए की इससे मुझे क्या फायदा है।अपने नसीब को कोसना बंद करें, ऐसे तय कर सकते हैं सफलतासफलता के लिए यह है मूल मंत्र, किसान की इस कहानी से ले सकते हैं सीख