आपने सावन के महीने में इंसानों को तो शिव जी की अराधना करते हुए देखा होगा लेकिन क्‍या कभी किसी सांप को ऐसा करते देखा है। शायद नहीं और आप यह सोच रहे होंगे कि सांप पूजा कैसे कर सकता है। चौकिए नहीं यह सच है। राजस्थान में एक ऐसा शिव मंदिर ऐसा है जहां पर एक सांप नियमित रूप से शिवलिंग पर आकर शिव पूजा करता है। आइए जानें इस सांप की पूरी कहानी...


रेंगता हुआ चला गयाहमेशा की तरह इस सावन में भी राजस्थान जयपुर के एक पुराने मंदिर में शिव भक्तों की भीड़ होनी शुरू हो गई। हालांकि यह कोई नई बात नही है, लेकिन फिर भी यह मंदिर अधिक चर्चा में है। हो भी क्यों न आखिर यहां पर एक सांप रोज शिव जी की पूजा करने जो आने लगा है। पिछले सालों की तरह यह सांप इस साल भी कल से सावन की शुरुआत होते ही मंदिर आ गया। सुबह जैसे ही मंदिर के पट खोले गए यह सांप पहले से ही शिवलिंग के समीप बैठा था। यह दृश्य देखकर पुजारी शॉक्ड हो गए है लेकिन बाद में उसके सामने नतमस्त हो गए। वहीं शिवलिंग के करीब बैठा सांप भीड़ बढ़ती देख शिवलिंग के चारों ओर चक्कर लगाने लगा। इसके बाद वह धीरे-धीरे रेंगता हुआ जंगल की ओर चला गया। मंदिर के समीप रहता
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि यह सावन भर यहां से ज्यादा दूर नहीं जाता है। इसी मंदिर के आस-पास ही रहता है और शंकर जी की आराधना करता है। वहीं  सावन में इस इस शानदार नजारे को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ यहां पर होती है। लोग इस सांप को शिव जी का सांप समझ कर इसके दर्शन करने के लिए घंटों खड़े रहते हैं। लोगों की आस्था है कि इस सांप के दर्शन से उन पर शिव जी की विशेष कृपा बरसेगी। यह साक्षात शिव जी के गले में पड़े सांप का अवतार है जो उनकी पूजा करने के लिए सावन भर आता है।

Posted By: Shweta Mishra