क्या कोई व्यक्ति बिना दिल के जीवित रह सकता है? लेकिन ब्रिटेन में एक व्यक्ति ने यह अजूबा कर दिखाया है. 42 वर्षीय मैथ्यू ग्रीन बिना दिल के ही दो साल तक जीवित रहे. यह अपने आप में एक रिकार्ड है. ह्रदय के दोनों वाल्व खराब होने के बाद इतने लंबे समय तक मैथ्यू के शरीर में खून का प्रवाह बाहर से एक कृत्रिम पंप के जरिये किया जाता रहा. अब जाकर उनके दिल का प्रत्यारोपण हुआ है.


दिक्कतें थीं बड़े आकार का दिल मिलने मेंपिछले महीने ही मैथ्यू के दिल का प्रत्यारोपण हुआ है. दरअसल छह फुट लंबे मैथ्यू को बड़े आकार का दिल मिलने में काफी दिक्कतें आ रही थीं. इसे मिलने में दो साल लग गए. वह एक चिकित्सकीय सलाहकार हैं. वह विवाहित हैं और उनका एक सात साल का एक बेटा भी है. वह पिछले दो साल से कृत्रिम पंप की सहायता से जीवित थे. द संडे टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक उन्हें ह्रदय का प्रत्यारोपण कैंब्रिजशायर के पापवर्थ अस्पताल में किया गया. वह फिलहाल अस्पताल में ही हैं. डॉक्टरों को उम्मीद है कि वह जल्द घर लौट सकेंगे. खराब हो गए हृदय के दोनों वाल्व
जुलाई, 2011 में मैथ्यू के ह्रदय के दोनों वाल्व खराब हो गए थे, जिसके बाद कृत्रिम धडक़नों के जरिए मैथ्यू को जिंदा रखा गया. पापवर्थ अस्पताल के डॉक्टरों ने उनके शरीर से संक्रमित अंग को पूरी तरह से बाहर निकाल दिया और रक्त वाहिकाओं को बाहर से एक कृत्रिम पंप से जोड़ दिया गया. इस पूरी प्रक्रिया के बाद उनका दिल बैटरी से जुड़े पंप पर काम कर रहा था. हालांकि डॉक्टरों ने मैथ्यू को लंबे समय तक बैटरी पर निर्भर रहने के खतरों से भी आगाह किया था. इससे मैथ्यू के शरीर में खून के थक्के जम सकते थे. छह फुट से भी लंबे मैथ्यू को आकार में बड़े दिल की जरूरत थी. दो साल के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार मैथ्यु को पिछले महीने एक दानकर्ता से बड़े आकार का दिल मिल पाया.

Posted By: Satyendra Kumar Singh