पाकिस्तान के अशांत उत्तरी इलाके में टीटीपी के आतंकियों ने एक होटल में घुसकर नौ फॉरेन टूरिस्‍ट और एक लोकल गाइड का मर्डर कर दिया. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह हमला गिलगिट-बल्तिस्तान में नानगा पर्वत के बेस कैंप के नज़दीक हुआ. तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान टीटीपी ने सैटरडे को इस हमले की जिम्मेदारी ली.


जियो चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक करीब 14 से 16 हमलावर सैटरडे नाइट साढ़े दस बजे होटल में जबरदस्ती घुस आए. होटल के 25 इम्पलॉईज को रस्सियों से बांधने के बाद उन्होंने इन टूरिस्ट और एक गाइड को गोली मार दी. अटैकर्स करीब 90 मिनट तक होटल में मौत का तांडव मचाते रहे और इसके बाद आधी रात के करीब फरार हो गए. सिक्योरिटी गार्ड्स को इस संबंध में सुबह छह बजे जानकारी मिली. तालिबान प्रवक्ता एहसानुल्ला एहसान ने कहा कि यह हमला गत 29 मई को अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए संगठन के कमांडर वलीउर रहमान की मौत का बदला लेने के लिए किया है. फॉनर्स को निशाना बनाने के लिए बनाए गए तालिबान के नए धड़े जुनूद-ए-हफजा ने हमले को अंजाम दिया है.  


होम मिनिस्टर चौधरी निसार अली खान ने संसद को बताया कि इस हमले में चीन के तीन, रूस के एक और यूक्रेन के पांच नागरिकों और एक स्थानीय गाइड की मौत हो गई है. होटल में मौजूद दूसरे चीनी पर्यटकों को सुरक्षित निकाल लिया गया. गिलगिट-बल्तिस्तान के पुलिस प्रमुख और प्रमुख सचिव को प्राइम मिनिस्टर नवाज शरीफ ने सस्पेंड कर दिया है.  

शरीफ ने कड़े शब्दों में इस घटना की निंदा की है. गिलगिट-बल्तिस्तान के चीफ मिनिस्टर सैयद मेहदी शाह ने कहा कि एडमिनिस्ट्रेशन ने सेना से मदद मांगी है. इलाके के चारों तरफ सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है. हमलावरों की खोज जारी है.

Posted By: Garima Shukla