9/11 जैसे फ्रेज ने बदल दिए शब्दों के मायने
कानपुर। 11 सितंबर 2001 वह दिन था, जिस दिन दुनिया ने लगभग अब तक का सबसे बड़ा और खतरनाक आतंकी हमला देखा था। इस दिन आतंकवादियों ने दुनिया के सबसे ताकतवर देश 'अमेरिका' के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को अपना निशाना बनाया था। इन हमलों को अंजाम देने के लिए आतंकियों ने हवाई जहाजों को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया था। आज इस हमले की 17वीं बरसी है। दरअसल, 9/11 को किए गए हमलों ने विशेष रूप से हमारी शब्दावली को समृद्ध किया है और डिक्शनरी में नए शब्द जोड़े हैं। उदाहरण के तौर पर, 11 सितंबर 2001 को हुए हमले को अब हम 9/11 के रूप में जानते हैं, जिसका अर्थ है 'आतंकवाद' और अमेरिका के स्वाभिमान पर एक खतरनाक हमला'।
डिक्शनरी में जुड़े नए शब्द
इस हमले के बाद दुनिया में जहां भी आतंकी हमले हुए, वहां इसी क्रम में शब्दों का इस्तेमाल किया गया। उदाहरण के लिए, 26 नवंबर, 2008 को मुंबई में हुए खतरनाक आतंकी हमले को अब 26/11 के रूप में जानते हैं। 9/11 और 26/11 ही सिर्फ ऐसे शब्द नहीं हैं, जिनके नए मायने बन गए हैं। हम अब ऐसे कई नए शब्द जान गए हैं, जिनके बारे में हमने पहले कभी शायद ही सुना था, जैसे कि 'जिहाद,' 'तालिबान,' 'मुजाहिदीन,' 'अल-कायदा' और 'स्लीपर सेल'। ये ऐसे शब्द हैं, जो अक्सर हमें सुनने को मिलते हैं और हाल ही में हमारी डिक्शनरी में जुड़े हैं। इनके मायने सिर्फ 'आतंकवाद' से जुड़े हैं।
ग्राउंड जीरो का ये है अर्थ
इन सब शब्दों के अलावा 'ग्राउंड जीरो' भी एक ऐसा शब्द है, जो आम बोलचाल में उपयोग किया जाने लगा है। यह शब्द मैनहट्टन परियोजना से उत्पन्न हुआ था और इसका इस्तेमाल मूल रूप से परमाणु विस्फोटों के संबंध में किया गया था लेकिन अब हर आपदा या दुर्घटना वाली जगहों पर इसका इस्तेमाल किया जाता है। जैसे कि अगर कोई घटना दुनिया के किसी भी जगह पर घटित होती है तो उस घटनास्थल को हम अब 'ग्राउंड जीरो' का नाम देते हैं।