इंटरनेट की दुनिसा में जिस तरह से नये-नये सॉफ्टवेयर इजाद होते रहते हैं ठीक उसी तरह हैकर्स की लिस्‍ट भी लंबी होती चली जाती है. IT फील्‍ड में जिस तरह से लगातार परिवर्तन होता जा रहा है. उसका एक मुख्‍य कारण यह हैकर्स भी हैं जिनसे बच्‍ने के लिये हमारी साइबर सुरक्षा टीम मेहनत करके आपके सॉफ्टवेयर को सेफ रखती है. तो आइये जानें आखिर कितना खतरनाक है यह साइबर अटैक....

1:- हेल्थकेयर सेक्टर
हम सबसे पहले बात करते हैं हेल्थकेयर सेक्टर की, जहां इस सेक्टर में सिक्योरिटी काफी जरूरी हो जाती है. हेल्थकेयर ऐसा डिपार्टमेंट है जिसमें पेशेंट्स की पर्सनल इंफार्मेशन काफी महत्वपूर्ण होती है. अब ऐसे में अगर कोई हैकर्स इनकी डिटेल पर अटैक करता है, तो यह काफी बड़ी परेशानी खड़ी का सकता है. जैसे-जैसे हैकरों ने इसमें सेंध लगानी शुरु की ठीक इसके विपरीत हेल्थकेयर से जुड़ी साइबर टीम ने एंटीवायरस को ढ़ूंढ निकाला. अब आज तो ऐसी स्थिति आ गई है कि पेशेंट्स के अलावा उसके घरवाले तक भी बिना इजाजत कोई डिटेल नहीं ले सकते.
2:- बिजनेस को मिली सुरक्षा
कोई भी बिजनेसमैन अपने प्रोडक्ट्स व बिजनेस से जुड़ी सारी इंफार्मेशन की डिटेल रखता है. बिजनेस फील्ड के लिये यह और भी जरूरी माना जाता है. आजकल तो सारा बिजनेस अब इंटरनेट के जरिये ही होने लगा है. देश में ई-कामर्स कंपनियां जिस तरह से ग्रोथ कर रही हैं. अब ऐसे में इनके बिजनेस पर साइबर अटैक न हो, तो इसके लिये इनकी टीम भी पूरी तरह से तैयार है. एकाउंट्स डाटा हो या प्रोडक्ट्स सभी की सुरक्षा करना बहुत ही जरूरी है. हालांकि ई-बिजनेस जितना ही सेफ होता जायेगा, उतना ही इसमें नई कंपनियां आगे आयेंगी.
3:- क्रेडिट कार्ड डिटेल
अब अगर बात क्रेडिट कार्ड की जाती है, तो इसके लिये आप खुद ही सचेत हो जायेंगे. आमतौर पर ऐसी बहुत सी खबरें सुनने में आती हैं कि हैकर्स ने क्रेडिट कार्ड का पिन हैक करके एकाउंट से पैसा निकाल लिया. ऐसे में क्रेडिट कार्ड की सुरक्षा के मानक काफी ऊंचे हो जाते हैं. इनकी सिक्योरिटी के लिये आये दिन नई-नई टेक्नोलॉजी डेवलेप होती रहती हैं. इसके लिये साइबर सुरक्षा का जाल पूरी तरह से तैयार हो गया है. हैकर्स अगर कुछ नया प्लॉन बनाते हैं तो इसके लिये तुरंत एंटी सॉफ्टवेयर तैयार कर लेते हैं.
4:- मोबाइल अटैक
यह हैकर्स का बहुत ही पुराना और फेमस तरीका है. आपके पास कई बार मोबाइल पर मैसेज आदि आते हैं, जोकि आपको चीट करने के लिये होते हैं. ये हैकर्स आपके एकाउंट की पूरी डिटेल लेते हैं और फिर आपके साथ धोखा करते हैं. इसके अलावा अब स्मार्टफोन आने से हैकर्स नये-नये एप के जरिये हैक करने की कोशिश करते हैं. हालांकि इसके लिये साइबर सुरक्षा की टीम असुरक्षित एप को डाउनलोड न करने की सलाह देते हैं और इसके साथ ही एंटीवायरस का उपयोग करते हैं.

5:- Open Source Code

इस साल आपने OpenSSL, Heartbleed और Shellshock वायरस के बारे में काफी सुना होगा. इंटरनेट के जरिये लोगों की पर्सनल जानकारियों को हैक करने के लिये हैकर्स ने नया हथियार खोज निकाला है. इसके साथ ही यह बहुत ही खतरनाक भी साबित हो सकता है. गूगल कंपनी के तीन रिसर्चरों ने अपने यूजर्स को आने वाले इस नये खतरे के बारे में चेतावनी दे दी थी.'POODLE'की खोज 18 साल पहले की है. अगर टेक्नीकली समझा जाये तो यह SSL 3.0 वर्जन है. यह इस साल का तीसरा ऐसा सिक्योरिटी बग है, जिसको रिसर्चरों ने खोज निकाला है. वेब टेक्नोलॉजी में इस तरह के सिक्योरिटी बग से पहले दो और भी पहचाने जा चुके थे. अप्रैल में एक 'Heartbleed' बग को पहचाना गया था, जो कि ओपन SSL सॉफ्टवेयर में पाया गया था. इसके अलावा दूसरा है 'Shellshock' बग, जोकि unix सॉफ्टवेयर में पाया गया था.
6:- ई-मेल अटैक होता है आसान
साइबर हैकर्स के लिये सबसे आसान टारगेट ई-मेल होता है. ईमेल के जरिये ये हैकर्स यूजर्स की काफी जानकारी कलेक्ट कर लेते हैं. हालांकि इसका हैकिंग प्रोसेस कई स्टेजेस में होता है, लेकिन हैकर्स इसे बड़ी आसानी से हैंडल कर लेते हैं. अब ऐसे में आपको और ज्यादा सचेत होना पड़ता है. सभी ईमेल यूजर्स अपनी आईडी को कई तरीकों के लॉकिंग पैटर्न में रख सकते हैं. इसके लिये जरूरी है कि आप समय-समय पर अपना पासवर्ड चेंज करते रहें.
7:- सोशल मीडिया हैकिंग
आज जिस तरह से सोशल मीडिया को प्रचलन बढ रहा है, वहीं दूसरी ओर हैकर्स के लिये कई रास्ते खोल रहा है. फेसबुक, इंस्टाग्राम, यू-ट्यूब, ट्विटर ये सभी ऐसे प्लेटफार्म हैं, जहां पर यूजर्स पब्लिकली रिलेशन में रहता है. ऐसे में हैकर्स इन पर सबसे ज्यादा अटैक करते हैं. अभी हाल ही में आपने खबरों में पढ़ा होगा कि कई हॉलीवुड सितारों की पर्सनल पिक्चर्स हैकर्स ने हैक करके सबके सामने लीक कर दी थी. हालांकि इसकी वजह से काफी कुछ बवाल मचता रहा लेकिन हैकर्स ने पिक्चर हैक करने का सिलसिला नहीं छोड़ा. अब ऐसे में सोशल मीडिया एकाउंट की अच्छी तरह से सुरक्षा करना ज्यादा जरूरी हो जाता है.
8:- साइबर सेल की बढ़ी डिमांड
हैकर्स आमतौर पर दो प्रकार के होते हैं, पहला वह जो किसी की पर्सनल डिटेल पर सेंध मारते हैं. वहीं दूसरे हैकर्स साइबर सिक्योरिटी की जिम्मेदारी संभालते हैं. ये हैकर्स साइबर सेल का हिस्सा होते हैं, जोकि साइबर से जुडे सभी क्राइम पर निगारनी रखते हैं. बताया जाता है कि आने समय में इंटरनेट के माध्यम से मर्डर तक किये जायेंगे. अब ऐसें में इस तरह के क्राइम को रोकने के लिये साइबर सिक्योरिटी टीम का मजबूत होना बहुत महत्वपूर्ण है. 

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari