वो 6 कारण : जितना ज्यादा स्मार्ट, उतनी ही मुश्किल से मिलता प्यार
करने लगते हैं विश्लेषण
स्मार्ट लोग जानते हैं कि पार्टनर चुनते वक्त सिर्फ शक्ल नहीं देखनी चाहिए। ऐसे में जब वो पार्टनर की हर बात का विश्लेषण करते हैं तो कुछ न कुछ कमी निकल आती है। और ये फिर रह जाते हैं अकेले।
समझौते पर राजी नहीं
जीनियस लोग जानते हैं कि उन्हें क्या चाहिए। उससे कम पर समझौते को वे लोग राजी नहीं होते। ऐसे लोग दिमाग में एक छवि बना लेते हैं कि उन्हें कैसा पार्टनर चाहिए। अगर मिल जाता है तो ठीक वरना अकेले ही सफर करते हैं।
मोलतोल
स्मार्ट जीनियस लोग जानते हैं कि ज्यादातर रिश्ते नाकाम हो जाते हैं। इसलिए वे अक्सर गंभीर रिश्तों के पीछे नहीं भागते। उनके लिए कमिटमेंट थोड़ा मुश्किल हो जाता है।
मेरी उससे नहीं जमती
स्मार्ट लोग स्मार्ट पार्टनर तलाश रहे होते हैं। और अक्सर दो स्मार्ट लोगों की इसलिए नहीं जमती क्योंकि वे एक-दूसरे को लेकर सहज नहीं हो पाते।
सावधानी ही सुरक्षा
जीनियस लोगों में खतरों को भांपने की क्षमता ज्यादा होती है। किसी से मिलने में, डेटिंग पर जाने में या किसी खास रिश्ते में क्या खतरे हो सकते हैं, वे पहले भांप जाते हैं और पीछे हट जाते हैं।
कहीं तो होगा
एक्सपर्ट कहते हैं कि ऐसा नहीं है कि ये वजहें लोगों को हतोत्साहित करती हैं। जीनियस लोगों को भी कोई न कोई मिलता जरूर है। लेकिन आम लोगों की तुलना में इनकी प्रेम कहानी थोड़ी अलग पटरी पर चलती है।