5G बदलकर रख देगा आपकी जिंदगी और ऐसा होगा हमारा भविष्य
कानपुर। भारत में 4G लॉन्च होने के बाद स्मार्टफोन की दुनिया तो पूरी तरह से बदल गई है। वैसे बता दें कि साल 2020 में शुरुआती और 2022 तक पूरे भारत में 5जी यानि फिफ्थ जनरेशन मोबाइल नेटवर्क शुरु हो जाएगा। इसके बाद यकीन मानिए कि सिर्फ मोबाइल की ही नहीं बल्कि इससे आपकी पूरी दुनिया ही बदल जाएगी। ये हैं जिंदगी के वो 5 पहलू जो 5जी आने के बाद एकदम बदल जाएंगे।
1- घर बन जाएंगे स्मार्ट होम
स्मार्ट होम का कॉन्सेप्ट तो हम आप काफी समय से सुनते चले आ रहे हैं। पर सच तो यह है कि 5जी आने के बाद आम घरों में भी हाईटेक सिक्योरिटी सिस्टम, ऑटोमेटिक इलेक्ट्रिक और वॉटर सिस्टम आदि सब कुछ काम करने लगेंगे। इस तकनीक की मदद से लोग अपने घरों में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों जैसे फ्रिज, टीवी, एसी, ओवन आदि को बोलकर ही कमांड दे सकेंगे। यहां तक कि घर पर मौजूद न होने पर भी आप दूर बैठे हुए ही घर के उपकरणों को कंट्रोल कर सकेंगे। घर पर कोई भी इमरजेंसी होने पर आप वॉयस कमांड द्वारा ही पुलिस, फायर या एंब्युलेंस को बुला सकेंगे।
2- स्मार्ट सिटी का सपना होगा पूरा सच
आजकल भारत में जिस स्मार्ट सिटी के कॉन्सेप्ट पर काम हो रहा है। उसमें 5जी का बड़ा रोल होगा। शहरों में बिजली और वॉटर सप्लाई, कूड़े का निस्तारण और उसकी ट्रैकिंग के साथ साथ ट्रैफिक मैनेजमेंट में भी सब कुछ ऑटोमेटिक तो हो ही जाएगा। साथ उनकी रियलटाइम मॉनिटरिंग भी हो सकेगी। ताकि कहीं पर कोई भी अव्यवस्था होने पर उसे तुरंत ठीक किया जा सके। 5जी आने के बाद ट्रैफिक सिस्टम भी ऐसा हो जाएगा कि रोड पर चल रही गाडि़यों की स्पीड को ग्राउंड सेंसर्स द्वारा मॉनिटर भी किया जा सकेगा। साथ ही ट्रैफिक में रुकावट आने पर 5जी सिग्नल सर्वर से लैस ट्रैफिक लाइटें अपने आप बदल जाएंगी, ताकि जाम खुल जाए।
आने वाले समय में 5जी इनेबिल्ड सेंसर्स को शरीर के भीतर या स्किन में इंप्लांट किया जा सकेगा। और तो और 5जी सेंसर वाले खास कपड़े भी भविष्य का हिस्सा होंगे। इनके द्वारा शरीर के भीतर या बाहरी हिस्से में पनपने वाले किसी रोग को शुरुआती दौर में ही ऑटोमेटिक मॉनिटर किया जा सकेगा।
4- सेल्फ ड्राइविंग कार होंगी और भी हाईटेक
यूं तो पूरी दुनिया में अभी से सेल्फ ड्राइविंग कारों की टेस्टिंग शुरु हो चुकी है लेकिन 5जी आने के बाद इन कारों की AI पावर सेसिंग और भी ज्यादा बढ़ जाएगी। जी हां हर एक सेल्फ ड्राइविंग कार आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर ही काम करती है। 5जी आने के बाद इन कारों में कम कीमत वाले सेंसर और लॉन्ग लाइफ बैट्री वाले उपकरण आसानी से उपलब्ध हो सकेंगे। 5जी सेंसर्स की मदद से सेल्फ ड्राइविंग कारों की सेंसिंग क्षमताएं काफी बढ़ सकती हैं, जिससे भीड़ भरी सड़कों पर भी ये आसानी से चल सकेंगी।
IOT यानि इंटरनेट ऑफ थिंग्स यानि तकनीकि कामकाज और कम्यूनीकेशन का वो हाईटेक तरीका जिसमें कम तकनीकि जानकारी वाला व्यक्ति भी आसानी से तमाम उपकरणों का इस्तेमाल कर सकता है। 5जी ऐसे फास्ट और आसान वर्क एनवायरमेंट को सुलभ बना देगी। इसका फायदा यह होगा कि हम आप अपने ऑफिस में रहकर या घर में बैठकर भी ऑफिस के मुश्किल और जटिल काम बड़ी आसानी से और तेजी के साथ कर सकेंगे।
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