एलियंस और उड़नतश्तरी। इन दो नामों को लेकर हमेशा ही लोगों के बीच गहरी क्यूरियोसिटी नजर आती है। हर कोई इनके अस्तित्व को जानने की कोशिश में रहता है। अब सवाल ये उठता है कि क्या वाकई इनका कोई अस्तित्व है। इनको देखने का जो लोग दावा करते हैं क्या वो सही हैं। वैसे हम लोग इनके बारे में बात करते हैं और कुछ देर बाद उसके बारे में भूल भी जाते हैं। कारण्ा होता है कि हमें उम्मींद ही नहीं होती कि हम उसके आधार तक पहुंच भी सकेंगे। वहीं आपको बता दें कि दुनिया में कुछ ऐसी जगह भी हैं जहां इनपर रिसर्च जोरों पर हैं। आइए जानें इन जगहों के बारे में।
By: Ruchi D Sharma
Updated Date: Sun, 06 Nov 2016 11:15 AM (IST)
2 . एरिया 51एरिया 51 एक ऐसी जगह है, जिसके बारे में शायद पूरी दुनिया ही नहीं जानती। दरअसल ये अमेरिका के लास वेगास से 80 मील उत्तर-पश्िचम में स्थित एक सैन्य मिलेट्री इलाका है। इस जगह के बारे में ऐसा माना जाता है कि यहां दूसरे ग्रहों से आए एलियंस के ऊपर रिसर्च की जाती है। सिर्फ यही नहीं कई लोगों ने तो यहां तक दावा किया है कि उन्होंने यहां यूएफओ को उड़ते भी देखा है। यहां के बारे में बताया जाता है कि 1947 में इस जगह पर एक यूएफओ दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। इसमें से एक एलियन का शव भी मिला था। वह एलियन 4 फुट लंबा था और अजीब सा दिखता था। बताया जाता है कि अभी भी एरिया 51 के किसी हिस्से में उसपर रिसर्च चल रही है।
4 . डार्कसाइड मून बेस
आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि बड़ी तादाद में लोग ये मानते हैं कि चांद से कुछ दूरी पर एक सीक्रेट मिलेट्री बेस है। ऐसा भी माना जाता है कि यहां से दुनिया भर की मिलेट्री को कंट्रोल किया जाता है। वहीं इससे भी ज्यादा लोग ये मानते हैं कि चंदा से कुछ दूरी पर इस जगह पर एलियंस का कब्जा है। यहां से वह अपनी यूएफओ को कंट्रोल करते हैं।
5 . AUTECAUTEC काम करता है 'Atlantic Undersea Test and Evaluation Center' के तौर पर। ये भामास में एंड्रोस आईलैंड में बना हुआ है। इस जगह को एक बार एक हिस्ट्री चैनल के टीवी शो में काफी चर्चा मिली। उन्होंने इसको सीक्रेट एलियन अंडरवॉटर थिंग के रूप में दिखाया, लेकिन उसके बाद खुद उसके ही कर्मचारियों ने उसका मजाक उड़ाया। उनके मजाक उड़ाने के पीछे कारण माना गया उस जगह के सीक्रेट को बरकरार रखने को। दरअसल AUTEC एक बीच रिसॉर्ट है। यहां नेवी की ओर से कुछ सीक्रेट प्रोजेक्ट्स को अंजाम दिया जाता है। इन प्रोजेक्ट्स को नेवी की ओर से पूरी तरह से सीक्रेट रखा जाता है। अब सवाल ये उठता है कि ये प्रोजेक्ट असल तौर पर किससे संबंध रखते हैं।Interesting News
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