लोकसभा अध्‍यक्ष सुमित्रा महाजन को इन दिनों एक बड़ा चैलेंज मिला है। चैलेंज है सांसदों को 5 मिनट के लिए चुप बैठाना। अब आप सोच रहे होंगे कि ये चैलेंज आखिर दिया किसने। बता दें कि टाइम मैग्‍जीन ने उनको दिया है ये चैलेंज। इस चैलेंज को लेकर ये भी कहा गया है कि अगर उन्‍होंने ऐसा करके दिखा दिया तो उनको तुरंत 'पर्सन ऑफ द ईयर' घोषित कर दिया जाएगा।

पीएम मोदी भी जीत चुके हैं रीडर्स पोल
याद दिला दें कि इससे पहले पीएम मोदी टाइम मैग्जीन के रीडर पोल में जीत चुके हैं। लोगों का ऐसा मानना है कि उनको 'पर्सन ऑफ द ईयर' बनाया जा सकता है। इसके बावजूद मैग्जीन की ओर से ऐसा बयान देना वाकई काफी गंभीर जान पड़ रहा है। काफी लोग इसको सुनकर हैरान भी हैं कि अगर लोकसभा अध्यक्ष ने ये चैलेंज पूरा कर दिया तो क्या होगा।
टाइम मैग्जीन ने दिया ये तर्क
लोकसभा अध्यक्ष को दिए गए चैलेंज पर टाइम ने तर्क दिया है कि भारतीय सांसदों को चुप कराना वाकई दुनिया का बहुत मुश्किल काम है। उन्होंने तर्क दिया है कि इन्हीं कारणों से लोकसभा की कार्रवाई शुरू होने से पहले ही खत्म हो जाती है। ऐसे में सुमित्रा महाजन का काम वाकई बहुत मुश्किल माना जाता है। उनके लिए बड़ा चैलेंज होता होगा कार्रवाई के दौरान सांसदों को काबू में करना। उनको चुप कराना।   

भारत के कई राजनेताओं ने किया समर्थन
वैसे टाइम्स मैग्जीन के इस बयान का भारत के कई राजनेताओं ने भी समर्थन किया है। इन राजनेताओं का कहना है कि ये वाकई बहुत बड़ा चैलेंज है। सांसदों को चुप कराना बहुत टेढ़ी खीर है। ऐसे में अगर वर्तमान लोकसभा अध्यक्ष इस काम को कर लेती हैं तो उनको जरूर खिताब मिलना चाहिए। वहीं अब ये दूसरा बड़ा सवाल उठता है कि इस चैलेंज पर सुमित्रा महाजन ने क्या कहा होगा।
बोलीं लोकसभा अध्यक्ष
इस बात से उनको कोई फर्क नहीं पड़ता। इसके विपरीत उन्होंने इस बात की मांग की है कि टैंक कंपनियों के कर्मचारियों की तरह उन्हें 'एडजर्न फ्रॉम होम' की सुविधा चाहिए। वो इसलिए ताकि वो भी घर से ही संसद को स्थगन कर सकें। कुल मिलाकर उनका कहना है कि वो सिर्फ सांसदों का शोर सुनने और स्थगन करने के लिए ही संसद नहीं जातीं। उनकी कुछ और भी जरूरी जिम्मेदारियां हैं।

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Posted By: Ruchi D Sharma